चुनाव आयोग के PDP से वहीद पर्रा को नोटिस जारी करने पर बोलीं  Mehbooba Mufti

Saturday, May 11, 2024-01:13 PM (IST)

श्रीनगर/जम्मू : चुनाव आयोग की ओर से पीडीपी से पर्रा को नोटिस जारी किए जाने पर महबूबा ने कड़ा विरोध जताया है। पीपुल्स डैमोक्रेटिक पार्टी की प्रधान एवं अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट से प्रत्याशी महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर ने गांधी के देश के साथ विलय किया था, परन्तु मौजूदा सरकार ने जम्मू-कश्मीर के साथ अन्याय, अपमान किया है। उन्होंने कहा कि यह लोकसभा चुनाव बुनियादी जरूरतों की बजाय पहचान, सम्मान की महत्वपूर्ण जंग है। महबूबा ने कहा कि वहीद पर्रा संसद में कश्मीर के युवाओं की पीड़ा को ब्यान कर सकते हैं क्योंकि वह खुद भुगतभोगी रहे हैं। गांदरबल समेत अन्य स्थानों पर जनसभाओं को संबोधित करते हुए महबूबा मुफ्ती ने कहा कि ई.डी. और सी.बी.आई. की छापेमारी जम्मू-कश्मीर में मासूम नागरिकों पर हमला है। 

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उन्होंने कहा कि विभिन्न जेलों में कश्मीर के युवा बंद हैं और बिना किसी ट्रायल के उन्हें बंदी बनाए रखा है। उन्होंने कहा कि वहीद पर्रा को श्रीनगर से इसलिए उम्मीदवार बनाया गया ताकि संसद में वह उन युवाओं की पीड़ा को ब्यान कर सकें जो बिना किसी कारण जेलों में बंद हैं। चुनाव आयोग की ओर से पर्रा को नोटिस जारी किए जाने पर महबूबा ने कहा कि उसने सिर्फ यह कहा कि वोट आपका जनमत है। उन्होंने कहा कि भाजपा अपनी रैलियों में जहर उगल रही है और हिंदू-मुस्लिम को दंगों के लिए उकसा रही है जबकि चुनाव आयोग मौन है। जब कश्मीर का उम्मीदवार लोगों की बात रखता है तो उसे नोटिस थमा दिया जाता है।

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अनुच्छेद 370 की बहाली पर राजनीतिक दलों में एकता पर महबूबा ने कहा कि उन्होंने एकजुटता के लिए प्रयास किए, लेकिन नैशनल कांफ्रैंस ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। इंडिया ब्लॉक की मुम्बई में बैठक के दौरान उन्होंने डॉ. फारूक अब्दुल्ला के नेतृत्व में भरोसा जताया, परन्तु बाद में जो उन्होंने किया वह चौंकाने वाला था? उम्मीदवार घोषणा करने से पहले उन्होंने एक बार भी संपर्क नहीं किया। महबूबा ने कहा कि पी.डी.पी. के 3 वर्ष के कार्यकाल में जम्मू-कश्मीर की बेहतरी के लिए काम किए परन्तु नैकां के 50 वर्ष के कार्यकाल में कुछ नहीं हुआ।


Content Editor

Neetu Bala

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