J&K चुनाव: दूसरे चरण से पहले Amit Shah की राजौरी में दो रैलियां, बोले...

Saturday, Sep 21, 2024-06:54 PM (IST)

राजौरी ( शिवम बक्शी) : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के राजौरी और थानामंडी में आयोजित दो सार्वजनिक रैलियों में चुनावी माहौल को गर्माते हुए केंद्र सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना की। उन्होंने जनता से सीधे सवाल पूछते हुए कहा कि क्या नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने से पहले मुफ्त राशन या 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज उपलब्ध था।
 
उन्होंने लोगों से सवाल किया कि क्या नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने से पहले जनता को मुफ्त राशन और 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज मिल रहा था। शाह ने जम्मू-कश्मीर के प्रमुख राजनीतिक परिवारों, विशेष रूप से नेहरू, गांधी, अब्दुल्ला और मुफ्ती परिवारों की आलोचना करते हुए कहा कि इन परिवारों ने पाकिस्तान से प्रचारित आतंकवाद को बढ़ावा दिया और गुज्जर, बकरवाल, पहाड़ी समुदायों को विकास से वंचित रखा।

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अमित शाह ने अपने बयान के दौरान कहा कि पाकिस्तान नरेंद्र मोदी से डरता है। 
 
अमित शाह का यह बयान अनुच्छेद 370 को लेकर केंद्र सरकार के अडिग रुख को दर्शाता है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाला अनुच्छेद 370 कभी वापस नहीं आएगा। यह बयान 2019 में उठाए गए उस ऐतिहासिक कदम की पुष्टि करता है जब भारतीय संविधान के इस अनुच्छेद को निरस्त कर दिया गया था। इस कदम के बाद सरकार ने जम्मू-कश्मीर में एक नई शासन व्यवस्था लागू की, जिसका उद्देश्य क्षेत्र में स्थिरता और विकास को बढ़ावा देना है। अमित शाह के इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि केंद्र सरकार अपने इस निर्णय पर पूरी तरह दृढ़ है और इसमें कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।

शाह ने कहा कि पहले जो युवा पत्थरबाजी में शामिल थे, अब उन्हें लैपटॉप और शिक्षा के साधन प्रदान किए जा रहे हैं, जिससे वे अपने जीवन को एक सकारात्मक दिशा में ले जा सकें। यह बयान जम्मू-कश्मीर में सरकार की नीतियों और सुधारों को रेखांकित करता है, जिनका उद्देश्य वहां शांति और विकास को बढ़ावा देना है।

अमित शाह ने प्रधानमंत्री मोदी की "सबका साथ, सबका विकास" नीति पर जोर दिया और कहा कि उनकी सरकार सभी समुदायों को साथ लेकर चल रही है, जबकि पूर्ववर्ती राजनीतिक परिवारों ने अपने शासन में आतंकवाद को बढ़ावा दिया और राज्य के विकास को प्रभावित किया।

इस बयान को आगामी जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों के संदर्भ में देखा जा सकता है, जहां बीजेपी और अन्य दलों के बीच राजनीतिक मुकाबला तेज हो रहा है।
 
अमित शाह के यह बयान आगामी जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों के दूसरे चरण से पहले दिए गए हैं, जो राजनीतिक तापमान को और बढ़ा रहे हैं। बीजेपी इन चुनावों में पूरी ताकत से मैदान में उतरी है और शाह का यह दौरा पार्टी के लिए समर्थन जुटाने की दिशा में अहम माना जा रहा है।

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Content Editor

Neetu Bala

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