Kupwara News : BJP ने मनाया काला दिवस, कांग्रेस को लेकर कही यह बात

6/25/2024 5:45:30 PM

कुपवाड़ा(मीर आफताब): भाजपा कुपवाड़ा ने 25 जून को काला दिवस मनाया। भाजपा कुपवाड़ा इकाई ने आज कुपवाड़ा कस्बे में विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि यह दिन हमेशा काले दिवस के रूप में याद किया जाएगा और कांग्रेस लोकतंत्र और संविधान के लिए खतरा है।

यह भी पढ़ें :  बाबर कादरी ह/त्याकांड : पुलिस की बड़ी कार्रवाई, हुर्रियत से जुड़े इस शख्स को किया गिरफ्तार

मीडिया प्रभारी शेख इकबाल ने कहा कि आज भारत के लोकतंत्र में एक काला अध्याय लिखे जाने के 50 साल पूरे हो गए हैं। आपातकाल एक कलंक था, एक घिनौनी कहानी थी जब देश को जेल में बदल दिया गया था, स्वतंत्रता पर हमला किया गया था, प्रेस को बेड़ियों में जकड़ दिया गया था और पवित्र संविधान की अवहेलना की गई थी। उन्होंने आगे कहा कि हैरानी की बात है कि इस शर्मनाक कहानी को लिखने वाली कांग्रेस संविधान की रक्षा को लेकर चीख-चीख कर रो रही है। 'आपातकाल डीएनए' वाली पार्टी ने प्रेस का उपहास करने और उन पर हमला करने या अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने वाले बुद्धिजीवियों पर हमला करने में कभी शर्म महसूस नहीं की।

यह भी पढ़ें :  Jammu Kashmir Weather Update : जानें कब तक सताएगी गर्मी और कब बरसेंगे बादल

जिला महासचिव नजीर अहमद भट्ट ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि अगर संविधान में निहित मूल्यों की रक्षा करनी है तो शाही खानदान की दूसरों को नीचा दिखाने की मानसिकता खत्म होनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि उन्हें संकल्प लेना चाहिए कि देश में ऐसा अपमान फिर कभी नहीं होगा। वे संविधान का सम्मान करते हैं और इसमें स्थापित मूल्यों को संजोते हैं।

यह भी पढ़ें :  जम्मू-कश्मीर के जंगलों में लगी आग, मौके पर नहीं पहुंची फायर ब्रिगेड की एक भी गाड़ी

 

कार्यक्रम में जिला महासचिव नजीर अहमद भट और एडवोकेट सज्जाद अहमद गनी, जिला उपाध्यक्ष मलिक गुलजार और मुमताज अहमद खान, जिला उपाध्यक्ष शहीना बेगम, जिला मीडिया प्रमुख शेख मोहम्मद इकबाल, जिला अध्यक्ष ओबीसी मोर्चा ग़रीब मोहम्मद हजाम, जिला अध्यक्ष किसान मोर्चा फैयाज अहमद भट, जिला अध्यक्ष युवा मोर्चा शाह इकबाल, जिला अध्यक्ष एसटी मोर्चा मोहम्मद सिद्दीक, यूटी उपाध्यक्ष एसटी मोर्चा चौधरी फरीद, जिला सचिव चौधरी मुश्ताक, जिला प्रचार सचिव मीर बशारत, सभी निर्वाचन क्षेत्र अध्यक्ष और अन्य पार्टी पदाधिकारी उपस्थित थे।


Content Writer

Sunita sarangal

सबसे ज्यादा पढ़े गए

Related News