आगजनीः गेहूं के खेत में आग लगने से हड़कम्प, देखते ही देखते कई एकड़ फसल जलकर सवाह

4/25/2024 6:47:43 PM

हीरानगर : उपजिला घगवाल के अंतर्गत पड़ते सीमावर्ती गांव राजपुरा के निरंकारी आश्रम के नजदीक गेहूं की फसल को आग लगने से करीब 8 कनाल गेहूं की फसल जलकर राख हो गई।जानकारी के अनुसार शार्ट सर्किट होने से निकली चिगारी से गेहूं के खेत में आग लगी। फसल में आग भड़कते ही इसकी जानकारी ग्रामीणों को हुई। सभी लोग अपना काम छोड़कर आग बुझाने का प्रयास करने लगे। तत्काल इसकी सूचना फायर ब्रिगेड को दी गई। फायर ब्रिगेड की गाड़ी को सांबा से आते समय लग गया तब तक ग्रामीणों के अथक प्रयास के बाद आग पर काबू पाया गया।

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इस समय भीषण गर्मी का प्रकोप भी है। तापमान अधिक होने के कारण छोटी-सी चिंगारी आग का गोला बनती जा रही है, जिससे ग्रामीण क्षेत्र में फसलों का नुक्सान हो रहा है। आग लगने से किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। क्षेत्र में गत वर्ष भी कई कनाल किसानों के गेहूं की फसल जलकर राख हो चुकी है। सीमावर्ती किसान पिछले कई सालों से मांग कर रहे हैं कि राजपुरा में फ सल कटाई के समय दमकल विभाग के कर्मियों और गाड़ी को राजपुरा में तैनात किया जाए, ताकि समय रहते फ ायर ब्रिगेड की गाड़ी घटनास्थल पर पहुंच सके।

उल्लेखनीय है कि गत वर्ष भी किसानों की गेहूं की फसल में आग लग गई थी, जिसके कारण सैंकड़ों कनाल गेहूं की फसल जलकर राख हो गई थी। अब वीरवार दोपहर एक बार फिर से बिजली के शार्ट सर्किट के कारण आग लग गई और इसमें करीब 8 कनाल फसल जलकर राख हो गई। आग के कारण मदून गांव के किसान तारा सिंह की फसल को नुक्सान पहुंचा है। उन्होंने नुक्सान की भरपाई के लिए प्रशासन से गुहार लगाई है। उन्होंने कहा कि गर्मी के दिनों में हर साल कई किसानों की सैंकड़ों एकड़ में लगी फसल आग में तबाह हो जाती है। इससे उनके पूरे साल की कमाई खाक में मिल जाती है। इसलिए पीड़ित किसानों को राहत देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राजपुरा में एक फायर ब्रिगेड का कार्यालय होने चाहिए, जहां गाड़ी और दमकल कर्मी तैनात हों, ताकि समय रहते वह घटनास्थल पर पहुंच सकें।


Content Editor

Neetu Bala

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