आर.एस. पुरा में बिखरी बासमती की खुशबू, किसानों ने सरकार से की मांग
Friday, May 23, 2025-05:08 PM (IST)

आर.एस. पुरा ( मुकेश ) : भारत-पाक सीमा पर लंबे समय से चले आ रहे तनाव और गोलाबारी के दौर के बाद अब हालात सामान्य होने लगे हैं। सीजफायर की घोषणा के बाद जम्मू जिले के सीमावर्ती क्षेत्र आर.एस. पुरा में किसानों ने राहत की सांस ली है और खेतों की ओर रुख करना शुरू कर दिया है। वर्षों से बासमती चावल के लिए प्रसिद्ध इस क्षेत्र में एक बार फिर धान की पनीरी की बुवाई का कार्य शुरू हो गया है।
किसानों ने बताया कि अब जहां पहले बारूद की गूंज सुनाई देती थी, वहां अब बासमती की खुशबू महसूस की जा रही है। सीमावर्ती गांवों में लोग खेतों में मेहनत करते दिखाई दे रहे हैं। हालांकि, नहरी पानी की आपूर्ति में कमी किसानों के लिए अब भी चिंता का विषय बनी हुई है।
किसान हंस राज, बलबंत सिंह, और जगमोहन ने बताया कि पनीरी की बुवाई तो शुरू हो चुकी है, लेकिन सिंचाई के लिए नहरों से पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है। उनका कहना है कि सिंचाई विभाग को चाहिए कि वह अंतिम छोर तक बैठे किसानों तक नहरी पानी पहुंचाने के लिए ठोस कदम उठाए।
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सुदेश कुमार और रछपाल चौधरी जैसे किसानों ने भी बताया कि हालात तो सुधरे हैं, मगर पाकिस्तान पर अब भी भरोसा नहीं किया जा सकता। उनका कहना है कि सीमावर्ती क्षेत्र में किसी भी समय गोलीबारी दोबारा शुरू हो सकती है। इस अनिश्चितता के बावजूद किसानों ने खेती जारी रखने का फैसला लिया है।
किसानों के अनुसार, पनीरी की बुवाई के लगभग एक माह बाद धान की रोपाई की जाएगी। इस बारे में वे अच्छी पैदावार की उम्मीद कर रहे हैं। आर.एस. पुरा क्षेत्र की "370 कमाऊ" बासमती किस्म देशभर में मशहूर है, और किसान चाहते हैं कि सरकार इस क्षेत्र के किसानों के लिए विशेष नीतियां बनाकर उनकी मदद करे।
आर.एस. पुरा के खेतों में एक बार फिर हरियाली लौट रही है, लेकिन इस खुशहाली को स्थायी बनाने के लिए सरकार और प्रशासन से उचित सहयोग की अपेक्षा की जा रही है।
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