सादगी से मनाया गया राजौरी दिवस, शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि

4/13/2024 1:03:09 PM

राजौरी(शिवम बक्शी): लोकसभा चुनाव की आदर्श आचार संहिता के चलते सेना ने इस बार राजौरी दिवस समारोह सादे ढंग से मनाया। इस वर्ष मात्र श्रद्धांजलि समारोह ही आयोजित किया गया।

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शनिवार को सुबह शहीदों और राजौरी के बहादुर नागरिकों को श्रद्धांजलि देने के साथ शुरु हुआ जिन्होंने वर्ष 1948 में पाकिस्तानी हमलावरों से मुक्ति के लिए अपना जीवन लगा दिया। श्रद्धांजलि के बाद इस कार्यक्रम को संपन्न कर दिया गया। इस वर्ष अब मई माह में चुनाव संपन्न होने के बाद सेना राजौरी दिवस के उपलक्ष्य में कार्यक्रम आयोजित करेगी।

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वर्ष 1947 में देश के स्वतंत्र होने के बाद पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर पर कब्जा करने के लिए कबाइलियों को भेजकर राजौरी पर कब्जा कर लिया था। स्थानीय लोग कबाइलियों से मुकाबला करते रहे और 12 अप्रैल को भारतीय सेना ने राजौरी में प्रवेश किया और 13 अप्रैल को राजौरी मुक्त करा लिया। कबाइलियों ने इस दौरान हजारों लोगों की हत्या कर दी। आतंक फैलाते हुए उन्होंने बहू-बेटियों की इज्जत लूटना शुरु कर दिया था। लोगों ने अपनी बहू-बेटियों को जहर देकर मार दिया ताकि कबाइलियों के हाथ उन्हें छू न पाए। इसके बाद से हर वर्ष राजौरी दिवस मनाया जाता है। इस दौरान राजौरी के माल मंडी चौराहे में बने बलिदान स्तंभ पर हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया गया।

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सेना द्वारा एएलजी मैदान में बड़े स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किया जाता था, लेकिन आदर्श आचार संहिता के चलते इस वर्ष सेना द्वारा मात्र श्रद्धांजलि समारोह का ही आयोजन किया गया। इस अवसर पर सैन्य अधिकारियों, सिविल एवं पुलिस प्रशासन के अधिकारी और अन्य नागरिकों ने शहीदी स्मारक पर फूल मालाएं चढ़ा कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।


Content Writer

Sunita sarangal

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