जम्मू कश्मीर में स्कूल Students को लेकर जारी हुई रिपोर्ट, होश उड़ा देंगे ये आंकड़े
Thursday, Oct 02, 2025-05:50 PM (IST)

जम्मू (विक्की) : जम्मू-कश्मीर में शिक्षा के क्षेत्र में हाल के वर्षों में मिश्रित तस्वीर सामने आई है। संसद में प्रस्तुत केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, जहां प्राथमिक और उच्च-प्राथमिक स्तर पर स्कूल ड्रॉपआऊट दर में सुधार हुआ है, वहीं माध्यमिक स्तर पर यह समस्या और गंभीर होती जा रही है। सरकार मानती है कि यह एक बड़ी चुनौती है, लेकिन साथ ही विभिन्न योजनाओं के जरिए स्थिति सुधारने के लिए कदम भी तेजी से उठाए जा रहे हैं।
ड्रॉपआऊट दरों की स्थिति
आंकड़ों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में प्राथमिक स्तर (कक्षा 1–5) पर ड्रॉपआऊट दर 2021-22 में 4% थी, जो 2022-23 में बढ़कर 8.9% हो गई। हालांकि, 2023-24 में इसमें उल्लेखनीय गिरावट दर्ज करते हुए यह 1.6% तक सिमट गई। उच्च-प्राथमिक स्तर (कक्षा 6–8) पर भी सुधार हुआ है—2021-22 में 3% और 2022-23 में 4.2% रही दर 2023-24 में घटकर 3.2% पर आ गई।
हालांकि, माध्यमिक स्तर (कक्षा 9–10) पर तस्वीर चिंताजनक है। 2021-22 में 6% छात्र पढ़ाई बीच में छोड़ रहे थे, जो 2022-23 में 9% और 2023-24 में बढ़कर 13.4% तक पहुंच गई।
शिक्षा विशेषज्ञ मानते हैं कि सरकार के प्रयासों से शुरूआती कक्षाओं में सुधार साफ दिखाई दे रहा है, लेकिन माध्यमिक स्तर पर बच्चों को पढ़ाई से जोड़े रखने के लिए अतिरिक्त प्रयासों की आवश्यकता है।
सरकार का कहना है कि 2025-26 के लिए पी.एम. पोषण का बजट 12,500 करोड़ रुपए और समग्र शिक्षा अभियान के लिए 3.44 लाख करोड़ रुपए से अधिक की राशि जारी की गई है, जिससे आने वाले वर्षों में ड्रॉपआऊट दर को और कम करने की उम्मीद है।
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