बस आतंकी हमले के बाद हाई अलर्ट जारी, हिरासत में लिए इतने लोग
Wednesday, Jun 12, 2024-10:12 AM (IST)
जम्मू: जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में श्रद्धालुओं की बस पर किए गए हमले में शामिल आतंकवादियों का पता लगाने के लिए व्यापक तलाशी अभियान चलाया जा रहा है और सुरक्षा बलों की 11 टीमें काम कर रही हैं। पोनी तेरयाथ इलाके की कई तरफ से घेराबंदी की गई है।
अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बलों ने जम्मू और राजौरी जिले में हाई अलर्ट घोषित कर दिया है तथा जांच तेज कर दी है। अधिकारियों के मुताबिक 20 से ज्यादा लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। उधमपुर-रियासी रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक (डी.आई.जी.) रईस मोहम्मद भट्ट ने कहा कि पुलिस, सेना, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सी.आर.पी.एफ.) के 11 दल फरार हुए आतंकवादियों को खत्म करने के लिए 2 छोर पर काम कर रहे हैं और सुरक्षा बलों को कुछ सुराग मिले हैं।
पुलिस के अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जहां हमला हुआ था उस क्षेत्र में और उसके आसपास के क्षेत्रों में तलाशी अभियान जारी है। इसके अलावा पोनी-तेरयाथ पट्टी के चारों ओर घेराबंदी भी की गई है। अधिकारियों ने बताया कि हमले में घायल हुए लोगों के बयानों के आधार पर इस संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता कि घटनास्थल पर कोई चौथा व्यक्ति भी मौजूद था जो तीनों आतंकवादियों के लिए वहां पर नजर रख रहा था।
आतंकवादियों के राजौरी और रियासी के पहाड़ी इलाकों में छुपे होने का संदेह
सूत्रों ने बताया कि सुरक्षाबलों को संदेह है कि पाकिस्तानी आतंकवादी राजौरी और रियासी के पहाड़ी इलाकों में छुपे हुए हैं और उन्होंने क्षेत्र में तलाशी अभियान तेज कर दिया है। सूत्रों ने बताया कि वे सुरक्षित संचार के माध्यम से पाकिस्तान की आई.एस.आई. से निर्देश ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि ऐसी रिपोर्ट है कि आतंकियों के एक स्थानीय मददगार सहित 4 आतंकवादी इस हमले में शामिल थे जिसे लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर अबू हमजा के निर्देश पर अंजाम दिया गया।
घायल हुए 41 लोगों में से 10 को लगी गोली
ड्रोन और खोजी कुत्तों सहित निगरानी उपकरणों से लैस सुरक्षाकर्मियों ने सोमवार को बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया। इलाके में गतिविधियों पर नज़र रखने के लिए एक हैलीकॉप्टर को भी काम पर लगाया गया था। हमले में घायल हुए 41 लोगों में से 10 को गोली लगी है। अधिकारियों ने बताया कि बस पर 11 स्थान पर गोली लगने के निशान हैं। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एन.आई.ए.), राज्य जांच एजैंसी (एस.आई.ए.) और फॉरैंसिक विभाग की टीम हमले वाली जगह पर पहुंचीं और जांच में जुट गई है।