Online गेम्स बन रहे खतरा! बच्चों को बना रहे हैं टारगेट साइबर ठग

Monday, Oct 06, 2025-08:10 PM (IST)

जम्मू-कश्मीर डेस्क : आज के डिजिटल युग में, बच्चे मोबाइल फोन और इंटरनेट से तेजी से जुड़ रहे हैं। कम उम्र में ही उन्हें स्मार्टफोन और इंटरनेट की सुविधा मिल जाती है। मासूम और भोले होने के कारण, बच्चे साइबर अपराधियों के आसान शिकार बन रहे हैं। अपराधी पहचान की चोरी, जबरन वसूली, ब्लैकमेल और कभी-कभी मानसिक और शारीरिक शोषण भी करते हैं।

बॉलीवुड से उदाहरण

हाल ही में, अभिनेता अक्षय कुमार ने खुलासा किया कि उनकी 13 वर्षीय बेटी नितारा से ऑनलाइन गेम खेलते समय एक अनजान व्यक्ति ने अश्लील तस्वीरें मांगीं। नितारा ने तुरंत अपनी मां को इसकी सूचना दी और बच गई। ऐसे मामले बढ़ते जा रहे हैं और कई मासूम बच्चे साइबर अपराधियों का शिकार हो रहे हैं।

देश में साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहे

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के अनुसार, 2023 में बच्चों के खिलाफ अपराध के लगभग 177,335 मामले दर्ज किए गए, जो पिछले वर्ष की तुलना में 9.2 प्रतिशत अधिक है। 2021 से 2022 तक बच्चों के खिलाफ साइबर अपराध में लगभग 32 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

बच्चों के लिए साइबर अपराध के खतरे

साइबर अपराधी सोशल मीडिया, ऐप्स और ऑनलाइन गेम्स के जरिए बच्चों को निशाना बनाते हैं। वे बच्चों का विश्वास जीतते हैं, उनकी निजी जानकारी इकट्ठा करते हैं और उसका इस्तेमाल पैसे ऐंठने, ब्लैकमेल करने या बैंक खातों को हैक करने के लिए करते हैं।

माता-पिता के लिए जरूरी सावधानियां

इंटरनेट और गेम्स के फायदे और नुकसान बताएं:  बच्चों को इंटरनेट और ऑनलाइन गेम्स के फायदे और नुकसान समझाएं।
सावधान रहें: माता-पिता को साइबर अपराध के बारे में शिक्षित किया जाना चाहिए। राष्ट्रीय साइबर अपराध पोर्टल और दिल्ली पुलिस साइबर यूनिट की वेबसाइट पर मदद मिल सकती है।
बच्चों के व्यवहार पर नजर रखें: अगर आपको अपने बच्चे के व्यवहार में अचानक बदलाव दिखाई दें, तो उनकी ऑनलाइन और ऑफलाइन गतिविधियों पर नजर रखें।
खुले विचारों वाला व्यवहार: बच्चों से उनके ऑनलाइन अनुभवों के बारे में बात करें।
नियंत्रित सेटिंग्स: बच्चों के डिवाइस और ऐप्स पर नजर रखें, समय और सामग्री की सीमाएं तय करें।
व्यक्तिगत जानकारी की सुरक्षा: बच्चों को सिखाएं कि वे अपनी व्यक्तिगत जानकारी सांझा न करें और मजबूत पासवर्ड का इस्तेमाल करें।

साइबर अपराध का शिकार होने पर क्या करें

अपने बच्चे को विश्वास में लें और तुरंत पुलिस या राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल पर घटना की सूचना दें। स्क्रीनशॉट, संदेश या लिंक जैसी जानकारी सबमिट करें। जरूरत पड़ने पर परामर्श लें।

अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here

जम्मू-कश्मीर की खबरें Instagram पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here


Content Editor

Neetu Bala

सबसे ज्यादा पढ़े गए

Related News