क्या बच्चों के लिए Ticket लेना जरूरी है या नहीं? जानिए रेलवे की टिकट नीति
Wednesday, Nov 12, 2025-07:39 PM (IST)
जम्मू-कश्मीर डेस्क : सर्दियों की छुट्टियों, क्रिसमस और नए साल के त्योहारों के दौरान देशभर में ट्रेन से यात्रा करने वालों की संख्या तेजी से बढ़ जाती है। ऐसे में रेलवे स्टेशनों पर भारी भीड़ और लंबी कतारें आम बात हो जाती हैं। खासकर जब परिवार छोटे बच्चों के साथ सफर करता है, तो टिकट से जुड़ी छोटी-छोटी जानकारियां बहुत मायने रखती हैं।
कई बार माता-पिता को यह समझ नहीं आता कि बच्चों के लिए टिकट बुक करनी है या नहीं, या कितनी उम्र तक टिकट फ्री होती है। इस भ्रम को दूर करने के लिए भारतीय रेलवे ने बच्चों की टिकट नीति (Child Ticket Policy) को 2020 में स्पष्ट रूप से तय किया था। इस नीति के अनुसार, बच्चों की टिकट और किराया उनकी उम्र के अनुसार निर्धारित किया गया है ताकि यात्री बिना किसी परेशानी के अपनी यात्रा की योजना बना सकें।
भारतीय रेलवे की बच्चों की टिकट नीति (2020 के अनुसार)
5 साल से कम उम्र:
जो बच्चे 5 वर्ष से कम आयु के हैं वे बिना टिकट यात्रा कर सकते हैं, लेकिन उन्हें अलग सीट या बर्थ नहीं मिलेगी।
अगर सीट चाहिए → पूरा वयस्क किराया देना होगा।
5 से 12 साल के बच्चे:
यदि सीट नहीं चाहिए तो यात्रा किराया में बिना सीट → रियायती (Concessional Fare) किराया देना होगा।
यदि सीट या बर्थ चाहिए तो पूरा वयस्क किराया देना पड़ेगा।
12 साल या उससे ज्यादा:
12 साल या इससे अधिक आयु वाला बच्चा वयस्क माना जाएगा जिसका पूरा किराया देना होगा।
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