आपकी जेब में रखे ₹100 के नोट की ''मेकिंग कॉस्ट'' क्या है? जानें RBI की इस हाई-टेक छपाई का सच
Wednesday, Dec 17, 2025-06:06 PM (IST)
जम्मू-कश्मीर डेस्क : डिजिटल युग में भी नकद पैसे की अहमियत किसी भी समय कम नहीं हुई है। हम रोज़ 100 रुपए के नोट का लेन-देन करते हैं। बेशक UPI से पेमेंट करना आसान और ज्यादा सुरक्षित है लेकिन अभी भी कुछ लोग हैं जो नकद पैसों से आदान-प्रदान करना पसंद करते हैं। लेकिन क्या किसी ने यह पता लगाने की कोशिश की है कि जिन नोटों का हम रोज इस्तेमाल करते हैं ये खुद कितने खर्चे में बन कर तैयार होते हैं। इस बात को बहुत कम लोग जानते हैं, तो चलिए आज हम इसी बात पर चर्चा करते हैं कि ये नोट कौन छापना है और इन पर कितना खर्चा आता है।
भारत में नोट कौन छापता है?
भारत में नोट जारी करने की जिम्मेदारी रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की होती है। हालांकि, नोट छापने का काम दो सरकारी संस्थाएं करती हैं—
पहली, आरबीआई नोट प्रिंटिंग प्राइवेट लिमिटेड, जो RBI की ही कंपनी है।
दूसरी, सिक्योरिटी प्रिंटिंग एंड मिंटिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड, जो केंद्र सरकार के अंतर्गत आती है।
नोट छापने का खर्च कितना होता है?
RBI के अनुसार, एक 100 रुपए का नोट छापने में लगभग 1 रुपए 77 पैसे का खर्च आता है।
वहीं 200 रुपए के नोट पर करीब 2 रुपए 37 पैसे और 10 रुपए के नोट पर लगभग 96 पैसे खर्च होते हैं।
यह पैसा खास कागज, सुरक्षित स्याही और आधुनिक सुरक्षा फीचर्स पर लगाया जाता है, ताकि नकली नोट बनाना आसान न हो।
