भारत ने ''जोरावर'' का किया सफल परीक्षण, लाहौर से बीजिंग तक कांपेगा दुश्मन का कलेजा
Friday, Dec 13, 2024-10:24 AM (IST)
जम्मू-कश्मीर: भारत में निर्मित 'जोरावर' नामक स्वदेशी लाइट टैंक का लद्दाख के ऊंचाई वाले क्षेत्र में सफल परीक्षण हुआ है। यह परीक्षण न्योमा में टैंक की गोलाबारी के साथ सफल रहा है और परीक्षण इस महीने के अंत तक जारी रहेगा। भारतीय सेना के साथ उपयोगकर्ता परीक्षण अगले साल शुरू होंगे।
'जोरावर' टैंक को चीन के लाइट टैंकों की तैनाती के जवाब में विशेष रूप से पहाड़ी इलाकों में तेज संचालन के लिए डिजाइन किया गया है। यह टैंक भारतीय मेक इन इंडिया पहल के तहत रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) और लार्सन एंड टुब्रो के सहयोग से तैयार किया गया है। यह 25 टन वजनी है और इसकी फायरपावर, गतिशीलता और दुर्गम क्षेत्रों में सुरक्षा की जांच की जा रही है।
इस टैंक में एक सक्रिय सुरक्षा प्रणाली (APS) है जो एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइलों से सुरक्षा प्रदान करती है। साथ ही यह उभयचर क्षमता से लैस है, जिससे यह नदी क्षेत्रों जैसे पांगोंग त्सो झील में भी प्रभावी रूप से संचालन कर सकता है। यह क्षमता विशेष रूप से चीनी लाइट टैंकों से जुड़े टकरावों के इतिहास को देखते हुए महत्वपूर्ण है।
'जोरावर' टैंक का नाम 19वीं शताब्दी के महान योद्धा जोरावर सिंह कहलूरिया के नाम पर रखा गया है, जो लद्दाख में अपने विजय अभियानों के लिए प्रसिद्ध थे। इस टैंक का परीक्षण भारतीय सेना की भविष्य की चुनौतियों का सामना करने की तैयारियों को मजबूत करता है, खासकर 2020 में हुए सीमा संघर्ष के बाद।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here