Pahalgam Attack में बड़ा खुलासा, हमले में शामिल आतंकी के पाकिस्तानी फौज से Connection का खुला राज़

Tuesday, Apr 29, 2025-12:15 PM (IST)

जम्मू डेस्क : सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 26 लोगों की हत्या के पीछे मास्टरमाइंड माने जा रहे हाशिम मूसा ने पाकिस्तान में एलीट पैरा कमांडो ट्रेनिंग ली थी। इस ट्रेनिंग की वजह से ही वह इतने खतरनाक तरीके से आतंकवादी गतिविधियां अंजाम दे पाया है।

हाशिम मूसा, जिसकी उम्र लगभग 28-30 साल मानी जा रही है, पहले एक फौजी रह चुका है। वह कठुआ और सांबा सेक्टर के रास्ते भारत में घुसा था। इसके बाद वह राजौरी-पुंछ के डेरा की गली इलाके में सक्रिय हो गया, जहां उसकी लश्कर-ए-तैयबा (LeT) की टीम ने पिछले एक साल में कई हमलों को अंजाम दिया।

पाकिस्तान के स्पेशल सर्विसेज ग्रुप (SSG) कमांडो अपनी गुप्त लड़ाई, जंगल में टिके रहने, पहाड़ों में लड़ाई, और दुश्मनों से बचने की ट्रेनिंग के लिए जाने जाते हैं। मूसा के काम करने के तरीके से साफ पता चलता है कि उसे भी ऐसी ही ट्रेनिंग मिली है।

सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि मूसा और उसके साथियों का तरीका दिखाता है कि वे बहुत अनुभवी और प्रशिक्षित हैं। ये लोग सेना और पुलिस की नजर से बचते हुए लगातार पहाड़ी जंगलों में घूमते रहते हैं और गांवों में खाना लेने तक नहीं जाते जो पहले के आतंकियों के मुकाबले एक नया तरीका है।

एक और सबूत यह है कि इस समूह ने M4 कार्बाइन जैसे उन्नत हथियार इस्तेमाल किए हैं, जिन्हें चलाना और मेंटेन करना केवल खास ट्रेनिंग से ही आता है। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी NIA ने हाशिम मूसा की गिरफ्तारी में मदद करने वाली जानकारी देने पर 20 लाख रुपए का इनाम रखा है। इन आतंकियों ने 22 अप्रैल को पहलगाम में घूमने आए पर्यटकों पर ओपन फायरिंग की थी, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई थी व अन्य घायल हो गए थे।

सूत्रों का कहना है कि मूसा की टीम का तरीका साफ बताता है कि उसे पाकिस्तान की स्पेशल फोर्स जैसी ट्रेनिंग मिली है, जिससे वह और ज्यादा खतरनाक और पकड़ से बाहर हो गया है।


Content Editor

VANSH Sharma

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