J&K: बाढ़ से तबाह इस मार्ग पर आवाजाही फिर से बहाल, लोगों को मिली राहत

Tuesday, Sep 23, 2025-05:39 PM (IST)

राजौरी (शिवम बक्शी): बुढ़ल–महोरे–गुल (BMG) मार्ग एक रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण सड़क है, जो सैनिकों की आवाजाही और रसद आपूर्ति के लिए अहम है। वहीं, स्थानीय लोग भी इस मार्ग पर अपनी रोजमर्रा की यात्रा के लिए निर्भर हैं। यह मार्ग दूरदराज के गांवों को उप-जनपद और जिला मुख्यालय से जोड़ता है, जिससे यह वस्तुओं, सेवाओं और आपातकालीन सहायता के लिए अनिवार्य बनता है।

28 अगस्त 2025 को पिर पंजाल क्षेत्र में अत्यधिक बारिश और अचानक बाढ़ के कारण इस मार्ग का बदोरा डाइवर्जन पूरी तरह से बह गया। इस घटना से 15 गांव प्रभावित हुए और राजौरी, रियासी और रामबन जिलों के बीच अंतर-जिला एवं जिला भीतर की कनेक्टिविटी बाधित हो गई।

PunjabKesari

बाढ़ के साथ-साथ मार्ग पर कई भूस्खलन भी हुए, जिससे डाइवर्जन की मरम्मत के लिए आवश्यक मशीनरी और संसाधन स्थल तक पहुंच नहीं सके। कठिन भौगोलिक परिस्थितियों और अत्यधिक मौसम के कारण शुरुआती मरम्मत कार्य रुक गया, जिससे पुनर्स्थापन में देरी हुई।

इन बाधाओं के बावजूद, 31 बॉर्डर रोड्स टास्क फोर्स (BRTF)/प्रोजेक्ट संपर्क की 110 RCC की टीम ने चुनौती को स्वीकार किया। भूस्खलनों को हटाकर स्थल तक पहुंच बनाई गई, लेकिन आवश्यक संसाधन केवल 08 सितंबर 2025 को ही बदोरा स्थल पर पहुंच सके। तब तक बदोरा नाला में जल प्रवाह बढ़ चुका था, जिससे मरम्मत और भी कठिन हो गई।

PunjabKesari

स्थिति का सामना करने के लिए टीम ने नवीन इंजीनियरिंग तकनीकों और रणनीतिक योजना का उपयोग किया। सबसे पहला कदम जल प्रवाह को नियंत्रित करना था। इसके लिए नदी के विपरीत दिशा में एक अस्थायी जल चैनल का निर्माण किया गया, जिससे डाइवर्जन पर दबाव कम हुआ और सुरक्षित पहुंच संभव हुई।

जल प्रवाह नियंत्रण में आने के बाद 12 सितंबर 2025 को डाइवर्जन की मरम्मत कार्य शुरू हुआ। टीम ने दिन-रात मेहनत कर, उन्नत निर्माण मशीनरी और प्रीकास्ट कल्वर्ट्स का उपयोग कर डाइवर्जन को पुनर्निर्मित किया। साथ ही नदी प्रशिक्षण कार्य कर आसपास के क्षेत्र को स्थिर किया गया, ताकि भविष्य में इसी प्रकार की बाढ़ से सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।

PunjabKesari

10 दिन की कड़ी मेहनत और समर्पण के बाद 20 सितंबर 2025 को बदोरा डाइवर्जन सफलतापूर्वक पुनर्स्थापित किया गया। इसके अलावा, सरह और जम्सलान में भारी बारिश के कारण 300 मीटर सड़क खाई और 12 मीटर ऊंचाई में क्षतिग्रस्त सड़क निर्माण भी 110 RCC द्वारा सफलतापूर्वक बहाल किया गया। BRO की इस तरह की प्राकृतिक आपदाओं में रोड और इंफ्रास्ट्रक्चर की बहाली उनकी तकनीकी दक्षता और स्थानीय लोगों के प्रति समर्पण को दर्शाती है।

अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here

जम्मू-कश्मीर की खबरें Instagram पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here


Content Editor

VANSH Sharma

सबसे ज्यादा पढ़े गए

Related News