श्रीनगर के नौगाम Blast मामले में बड़ा खुलासा, पढ़ें कहां से आया विस्फोटक
Saturday, Nov 15, 2025-10:36 AM (IST)
जम्मू-कश्मीर डेस्क : श्रीनगर की उस काली रात में जब शहर आधी नींद में था, नौगाम पुलिस स्टेशन में ठीक 11:22 बजे अचानक एक ऐसा धमाका हुआ जिसने पूरी घाटी को हिला दिया। धुएं और टूटे काृंच के बीच से निकलती आवाज़ों ने बताया कि एक तहसीलदार, एक इंस्पेक्टर सहित 9 लोगों की जान चली गई। कई शव इतने बुरी तरह क्षतिग्रस्त थे कि पहचान अभी भी बाकी है। इस दौरान 29 लोग घायल हैं, जिनमें ज़्यादातर पुलिसकर्मी हैं। किसी के हाथ में फ्रैक्चर है, किसी के चेहरे पर पट्टियां इस सभी का इलाज 92 आर्मी बेस हॉस्पिटल और SKIMS सौरा में चल रहा है। अस्पतालों के बाहर उनके परिवारों की डरी हुई आंखें बस एक ही सवाल पूछ रही हैं “क्या वो ठीक हो जाएगा?”
विस्फोट कैसे हुआ?
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस उस समय व्हाइट कॉलर आतंकी मॉड्यूल केस में जब्त किए गए विस्फोटकों की सैंपलिंग कर रही थी। लेकिन किसी को अंदाज़ा नहीं था कि वही प्रयोगशाला जैसा पल अचानक मौत की गूंज बन जाएगा। अभी तक यह साफ़ नहीं है कि पूरा 360 किलो विस्फोटक पुलिस स्टेशन में था या उससे कुछ हिस्सा ही वहां लाया गया था पर जितना भी था, उसने कई परिवारों की जिंदगी बदल दी।
यह विस्फोटक आया कहां से था?
ये वही विस्फोटक थे जो हरियाणा के फरीदाबाद में डॉ. मुज़म्मिल गनई के किराए के घर से बरामद किए गए थे। गनई पहले ही दिल्ली ब्लास्ट केस में गिरफ़्तार है उसी केस में जहां 10 नवंबर को लाल क़िला के पास कार ब्लास्ट में 13 लोगों की मौत हो गई थी। दिल्ली से उठी वह आग, अब श्रीनगर के दिल तक पहुंचकर कई घरों को उजाड़ गई।
डीजीपी की प्रतिक्रिया
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी नलिन प्रभात ने इस घटना को दुर्घटना बताया। उनके मुताबिक सैंपलिंग के दौरान विस्फोट हुआ। मारे गए लोगों में 1 इंस्पेक्टर 3 फॉरेंसिक टीम के सदस्य, 2 क्राइम फोटोग्राफर, 2 तहसील अधिकारी और एक स्थानीय दर्जी शामिल था, जो सिर्फ सिलाई का काम करने आया था लेकिन वापस घर नहीं जा पाया।
