Kashmir में सरकारी हाई स्कूल के खिलाफ प्रदर्शन, जानें क्या है पूरा मामला
Saturday, Jun 22, 2024-01:29 PM (IST)
बांदीपोरा ( मीर आफताब ) : उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा जिले के सुदूर इलाके गुजरान तुलैल के निवासियों ने आज सरकारी हाई स्कूल गुजरान तुलैल में स्टाफ की कमी के खिलाफ प्रदर्शन किया। उनका आरोप है कि शिक्षकों की कमी से छात्रों की शिक्षा प्रभावित हो रही है। स्थानीय लोगों ने स्कूल परिसर के बाहर प्रदर्शन किया और बांदीपोरा शिक्षा विभाग, सीईओ और डिप्टी कमिश्नर ( डीसी ) बांदीपोरा की निंदा करते हुए नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों ने इन अधिकारियों पर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के अपने कर्तव्य की उपेक्षा करने का आरोप लगाया, जिससे छात्रों और अभिभावकों में समान रूप से परेशानी हो रही है।
ये भी पढ़ें : डोडा आतंकवादी हमले में पुलिस का एक्शन, इतने लोगों को लिया हिरासत में
मीडिया से बात करते हुए पूर्व सरपंच गुजरान तुलैल ने अधिकारियों के प्रति गहरी नाराजगी जताई है। उन्होंने यह भी कहा कि डीसी बांदीपोरा द्वारा स्कूल का पिछला दौरा तथा स्टाफ की कमी के गंभीर मुद्दे के संबंध में सीईओ कार्यालय से बार-बार बातचीत की गई। इन प्रयासों के बावजूद, स्थिति को कम करने के लिए कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। वर्तमान में, 13 कक्षाओं वाले इस स्कूल में केवल 6 शिक्षक कार्यरत हैं, जिसके परिणामस्वरूप छात्रों को शिक्षा में काफी नुकसान हो रहा है। पूर्व सरपंच ने शिक्षा निदेशक तथा एलजी प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप कर स्कूल में पर्याप्त स्टाफ की तैनाती करने की अपील की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यदि अगले दो दिनों के भीतर नए शिक्षकों की नियुक्ति नहीं की जाती है, तो समुदाय के पास छात्रों की शैक्षिक प्रगति को और अधिक नुकसान पहुंचने के डर से स्कूल को अस्थायी रूप से बंद करने के अलावा कोई विकल्प नहीं रह जाएगा।
गुजरान तुलैल के स्थानीय निवासियों ने भी इन चिंताओं को दोहराया तथा उपायुक्त तथा मुख्य शिक्षा अधिकारी बांदीपोरा से रिक्त पदों को भरने के लिए नए शिक्षकों की नियुक्ति को प्राथमिकता देने का आग्रह किया। प्रदर्शनकारियों ने शिक्षा निदेशक और उपराज्यपाल प्रशासन से मामले को व्यक्तिगत रूप से देखने की मांग की तथा छात्रों के लिए निर्बाध शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए जल्द से जल्द स्कूल में पर्याप्त स्टाफ भेजने की मांग की। उन्होंने धमकी दी कि अगर दो दिनों के भीतर उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं तो वे स्कूल बंद कर देंगे।