कश्मीर में क्रिकेट घोटाला, होटल में फंसे गेल, राइडर जैसे पूर्व स्टार क्रिकेटर
Tuesday, Nov 04, 2025-03:02 PM (IST)
श्रीनगर : कश्मीर से नई क्रिकेट प्रतिभा को खोजने के लिए एक बड़ी प्रतियोगिता के तौर पर पेश की गई इंडियन हैवन प्रीमियर लीग (आई.एच.पी.एल.) एक घोटाला साबित हुई है क्योंकि इसके आयोजक भाग गए हैं जिससे क्रिस गेल जैसे कई पूर्व अंतर्राष्ट्रीय स्टार खिलाड़ी बिलों का भुगतान नहीं होने के कारण यहां एक होटल में फंस गए हैं। अक्तूबर के आखिरी हफ्ते में बड़े धूमधाम से शुरू हुई आई.एच.पी.एल. का आयोजन मोहाली स्थित युवा सोसाइटी ने किया था।
गेल, डेवोन स्मिथ, जे.सी. राइडर और शाकिब अल हसन जैसे पूर्व क्रिकेटरों के बड़े-बड़े बिलबोर्ड शहर में कई जगहों पर लगाए गए थे जिनमें यह घोषणा की गई थी कि यह मैगास्टार स्थानीय खिलाड़ियों के साथ इस लीग में खेलेंगे जो 8 नवम्बर को खत्म होने वाली थी। अधिकतर मैच बख्शी स्टेडियम में खेले गए और ब्रेक के दौरान लाऊडस्पीकर पर संगीत बजता रहता था। हालांकि यह लीग शनिवार को अचानक खत्म हो गई क्योंकि खिलाड़ियों ने बकाया पैसे नहीं मिलने के कारण मुकाबलों के लिए आने से मना कर दिया। आयोजक गायब हो गए जिससे होटल वालों को खिलाड़ियों को तब तक जाने से रोकना पड़ा जब तक उनका बकाया भुगतान नहीं हो जाता।
गेल उन कई खिलाड़ियों में से एक थे जिन्होंने पिछले साल कश्मीर में लीजेंड्स लीग क्रिकेट टूर्नामैंट में हिस्सा लिया था। यह प्रतियोगिता भी आई.एच.पी.एल. की तरह निजी प्रतियोगिता थी लेकिन इसने स्टेडियम में भारी भीड़ खींची थी क्योंकि स्थानीय लोगों को लगभग 40 साल में पहली बार अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों को खेलते हुए देखने का मौका मिला था। युवा सोसाइटी ने अपनी वैबसाइट पर आई.एच.पी.एल. की घोषणा करते समय पूर्व क्रिकेटरों सुरेंद्र खन्ना और आशु दानी की तस्वीरों का इस्तेमाल किया। उन्होंने हालांकि यह नहीं बताया कि इन दोनों की संगठन में कोई भूमिका थी या नहीं।
प्रतियोगिता में हमें कोई भुगतान नहीं मिला है : अंपायर मेलिसा
यह मामला तब सामने आया जब प्रतियोगिता में अंपायर की भूमिका निभा रहीं इंगलैंड की मेलिसा जूनिपर ने कहा कि हमें कोई भुगतान नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि होटल के स्टाफ ने उन्हें ‘गायब आयोजकों’ के बारे में बताया था। पुलिस होटल गई लेकिन इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है कि पुलिस ने कोई कार्रवाई शुरू की है या नहीं।
स्टार खिलाड़ियों की मौजूदगी के बावजूद आई.एच.पी.एल. में भीड़ नहीं जुटी
युवा सोसाइटी के चेयरमैन परमिंदर सिंह शायद लीजेंड्स लीग की सफलता से प्रभावित होकर कश्मीर में आई.एच.पी.एल. आयोजित करने के लिए प्रेरित हुए होंगे। उन्होंने जम्मू-कश्मीर खेल परिषद के बख्शी स्टेडियम को बुक किया और मैच की मेजबानी का किराया पहले ही दे दिया। लीग खेलने के लिए 8 टीमें बनाई गईं जिनमें श्रीनगर सुल्तान्स, जम्मू लायंस, लद्दाख हीरोज, पुलवामा टाइटन्स, उरी पैंथर्स, गुलमर्ग रॉयल्स, पटनीटॉप वारियर्स और किश्तवाड़ जाइंट्स शामिल हैं। प्रत्येक टीम में एक पूर्व अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी था। हालांकि गेल और अन्य अंतर्राष्ट्रीय स्टार खिलाड़ियों की मौजूदगी के बावजूद आई.एच.पी.एल. में भीड़ नहीं जुटी। आयोजकों ने टिकटों पर भारी छूट दी और टिकटों की बिक्री बढ़ाने की कोशिश में एक स्थानीय सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर उमर जरगर की सेवाएं भी लीं, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। सवाल पूछे जा रहे हैं कि इतने बड़े टूर्नामैंट के आयोजन का पिछला कोई अनुभव नहीं होने के बावजूद युवा सोसाइटी को मैचों की मेजबानी के लिए बख्शी स्टेडियम का इस्तेमाल कैसे करने दिया गया।
मेरा आई.एच.पी.एल. से कोई लेना-देना नहीं है : खेल परिषद की सचिव नुजहत
खेल परिषद की सचिव नुजहत गुल ने कहा कि आयोजक इस जगह का इस्तेमाल मैच की मेजबानी के लिए करना चाहते थे और उन्होंने पैसे दे दिए थे। नुजहत ने कहा कि मेरा आई.एच.पी.एल. से कोई लेना-देना नहीं है। मैं उद्घाटन समारोह में सिर्फ एक मेहमान के तौर पर मौजूद थी।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here
जम्मू-कश्मीर की खबरें Instagram पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
