Jammu: जैश के 3 दहशतगर्द किए गए थे ढेर, अब... फिर 8-10 आतंकी हैं सक्रिय, क्या है इनका राज....क्यूं नहीं चढ़ रहे हत्थे ?
Friday, Jul 04, 2025-01:32 PM (IST)

जम्मू ( उदय ) : जम्मू संभाग में घुसपैठ कर पहाड़ों पर शरण लिए विभिन्न आतंकी संगठनों के आतंकी सोची-समझी रणनीति के तहत काम कर रहे हैं और सुरक्षाबलों को चकमा देने में कामयाब हो रहे हैं। पिछले एक साल से सुरक्षाबल लगातार इन आतंकी दलों का पहाड़ी इलाकों में पीछा कर रहे हैं परन्तु आतंकी चकमा देकर फरार होने में हर बार कामयाब हुए हैं। अलबत्ता सुरक्षाबलों ने कुछ आतंकियों को ढेर करने में सफलता भी हासिल की है।
जम्मू संभाग के कठुआ जिले का बनी, सरथल, बिलावर, ऊधमपुर का बसंतगढ़, डुडु, डोडा जिले के ऊंचे पहाड़ और किश्तवाड़ जिले के दूरदराज इलाके जहां घने जंगल और ऊंचे पहाड़ हैं, सीमा पार से घुसपैठ कर आए आतंकियों की शरणस्थली बने हुए हैं। जहां घने जंगल, ऊंचे पहाड़ इन आतंकियों की ढाल बन रहे हैं वहीं प्राकृतिक गुफाएं भी इन आतंकियों को सरंक्षण देने में मदद कर रही हैं।
ऊंचाई का फायदा उठा कर आतंकी सुरक्षाबलों की नजरों से बचे रहते हैं और सीधा टाकरा भी नहीं होता। हालांकि सुरक्षाबलों के जवान लगातार इनका पीछा कर रहे हैं ताकि इनका सफाया किया जा सके।
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किश्तवाड़ और ऊधमपुर का बसंतगढ़ का इलाका इन दिनों अधिक सक्रिय है। किश्तवाड़ के छात्रू इलाके में सुरक्षाबलों ने कुछ माह पहले 3 जैश आतंकियों को ढेर कर दिया था जिनमें एक कमांडर शामिल था। पता चला था कि क्षेत्र में 8 से 10 आतंकी हैं जो ऊंचे पहाड़ों पर घने जंगलों के बीच बनी प्राकृतिक गुफा में शरण लिए हुए हैं। हैलीकॉप्टर और ड्रोन से तलाशी अभियान चलाने के बावजूद हाथ नहीं आ रहे।
जब सुरक्षाबलों को इन आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिलती है तो यह तुरंत अपना स्थान और लोकेशन बदल लेते हैं। बसंतगढ़ क्षेत्र में जब आतंकियों से सुरक्षाबलों का टाकरा हुआ तो एक आतंकी कोड मौलवी को ढेर कर दिया गया परन्तु उसके दूसरे साथी वहां से भाग निकलने में कामयाब हो गए।
वहां पर भी ऊंचे पहाड़ और घने जंगलों ने आतंकियों को भाग निकलने में ढाल का काम किया। सुरक्षाबल हर संभव प्रयास कर रहे हैं कि इन आतंकियों को ढेर किया जाए परन्तु आतंकी अपनी लोकेशन बदल कर जवानों को थका रहे हैं। यहां तक कि पैरा कमांडो को आप्रेशन में उतारे जाने के बाद भी ये उनके हत्थे नहीं चढ़ रहे।
किश्तवाड़ जिले के छात्रू-कुचाल में कंजल मंडू में बुधवार शाम को शुरू हुई मुठभेड़ के बाद वीरवार तड़के दोबारा तलाशी अभियान छेड़ा गया। आतंकियों को ढेर करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षाबलों को भेजा गया जबकि स्निफर डॉग, ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है ताकि आतंकियों को ढेर किया जा सके। गुप्त सूचना मिलने पर सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सी.आर.पी.एफ. के जवानों ने जैश के आतंकियों को मार गिराने के लिए तलाशी अभियान चलाया और दोनों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई। वीरवार को पूरा दिन तलाशी अभियान जारी रहा जबकि सुरक्षाबल के जवानों ने क्षेत्र में घेरा डाला हुआ है।
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