J&K : विधानसभा सत्र की तैयारियां शुरू, राजनीतिक दल भी रणनीति में जुटे

Monday, Oct 28, 2024-07:56 PM (IST)

श्रीनगर/जम्मू; जम्मू-कश्मीर विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर मुबारक गुल ने सोमवार को उपराज्यपाल (एलजी) 4 नवम्बर 2024 को बुलाए गए मौजूदा यूटी विधानसभा के पहले सत्र के लिए प्रशासन को तैयार किया। इस सत्र में विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा और सत्र के पहले दिन उपराज्यपाल मनोज सन्हिा द्वारा नर्विाचित सदस्यों को उद्घाटन भाषण दिया जाएगा। उधर विधानसभा सत्र को लेकर राजनीतिक दलों ने भी रणनीति बनाने में जुट गए हैं क्योंकि इस सत्र में उठने वाले मुद्दों पर पूरे जम्मू कश्मीर के नागिरकों की नजर रहेगी।

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बैठक में विधानसभा सचिव के अलावा निदेशक संपदा, जम्मू/कश्मीर, निदेशक, आतथ्यि एवं प्रोटोकॉल, एसएसपी, सचिवालय सुरक्षा, महाप्रबंधक, जेकेटीडीसी और सूचना, आईटी और अन्य संबंधित विभागों के प्रतिनिधि शामिल हुए। बैठक के दौरान प्रोटेम स्पीकर ने सूचना विभाग के अधिकारियों को सदन की कार्यवाही के कवरेज के लिए मीडियाकर्मियों के लिए व्यवस्था सुनश्चिति करने और सत्र के दौरान स्पीकर और अन्य नर्विाचित प्रतिनिधियों के साथ परेशानी मुक्त बातचीत सुनश्चिति करने के लिए कहा।

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विभाग को एलजी के संबोधन के कवरेज और संचार के लिए हॉल में पर्याप्त संख्या में माइक्रोफोन और पब्लिक एड्रेस सस्टिम लगाने के नर्दिेश भी दिए गए। मुबारक गुल ने संपदा विभाग को जम्मू में विधानसभा परिसर को शीतकालीन सत्र के लिए तैयार करने के काम में तेजी लाने पर जोर दिया। उन्होंने विधानसभा परिसर के लॉन में मीडिया ब्रीफिंग के लिए मीडिया कर्मियों के लिए व्यवस्था करने को भी कहा। इसके अलावा उन्होंने श्रीनगर और जम्मू में विधानसभा सचिवालय के पूरे साल सुचारू संचालन के लिए आवश्यक कर्मचारियों के लिए उचित आवास बनाने को कहा।

प्रोटेम स्पीकर ने आतथ्यि और प्रोटोकॉल विभाग को सचिवालय लॉन में मीडिया ब्रीफिंग और सदस्यों के साथ अनुकूल वातावरण में बातचीत के लिए वाटरप्रूफ कैनोपी लगाने के लिए आवश्यक व्यवस्था करने का निर्देश दिया। उन्होंने ग्राउंड फ्लोर पर स्थापित विधानसभा कैंटीन में गण्यमान्य व्यक्तियों के भोजन और जलपान के लिए उचित व्यवस्था करने को भी कहा। बता दें कि 6 साल बाद श्रीनगर में विधानसभा सत्र आयोजित होने जा रहा है जो केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर का पहला विधानसभा सत्र है जिमसें चुने हुए विधायक एवं सरकार के मंत्री मौजूद रहेंगे। दस दिन के इस विशेष सत्र में 7 बैठके हैं जिसमें उपराज्यपाल के अभिभाषण के अलावा प्रस्ताव प्रस्तुत होने पर चर्चा हो सकती है। नेशनल कांफ्रेस के कुछ नेता बयानों में कह चुके हैं कि दो प्रमुखों में पावर से काम नहीं चलेगा जबकि अनुच्छेद 370, राज्य दर्जा बहाली पर चर्चा हो चुकी है।

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Content Editor

Neetu Bala

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