Jammu Kashmir के लोगों के लिए अच्छी खबर, कई नए Projects को मिली मंजूरी
Thursday, Feb 20, 2025-12:44 PM (IST)
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जम्मू: मुख्य सचिव अटल डुल्लू ने जम्मू-कश्मीर की समृद्ध विरासत और स्थापत्य कला के पुनरुद्धार, जीर्णोद्धार, संरक्षण और रखरखाव के प्रयासों का आकलन करने और उनमें तेजी लाने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में प्रमुख विरासत परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित किया गया, इसके अलावा उत्कृष्ट पांडुलिपियों के रूप में क्षेत्र की सांस्कृतिक और पारंपरिक विरासत के अनूठे मिश्रण को बढ़ावा देने और संरक्षण सुनिश्चित करने के तौर-तरीकों पर भी विचार-विमर्श किया गया।
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मुख्य सचिव ने एस.पी.एस. संग्रहालय, श्रीनगर के आधुनिकीकरण के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डी.पी.आर.) तैयार करने में हुई प्रगति की समीक्षा की और 15 दिनों के भीतर इसे अंतिम रूप देने का निर्देश दिया। उन्होंने आगामी गर्मियों के मौसम में इस कार्य को पूरा करने पर जोर दिया। उन्होंने बैठक में शेरगढ़ी पैलेस के जीर्णोद्धार और विकास, तहजीब महल का निर्माण, 23.50 करोड़ रुपये की लागत से जुल्लाका मोहल्ला को एम.एम.एच.सी. से जोड़ने वाले 250 मीटर लंबे फ्लाईओवर ब्रिज का निर्माण, केबल कार परियोजना (पीरखो) और मुबारक मंडी परिसर के बीच एक वर्टिकल लिफ्ट की स्थापना के अलावा जे.एम.सी. द्वारा हेरिटेज परिसर के लिए विशेष पार्किंग का निर्माण सहित प्रमुख विरासत से संबंधित परियोजनाओं की समीक्षा की। मुख्य सचिव ने आई.टी. विभाग को संविधान दिवस और सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में सभी जिलों में आयोजित गतिविधियों का दस्तावेजीकरण और प्रदर्शन करने के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल बनाने का निर्देश दिया।
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पांडुलिपियों की डिजिटलीकरण के निर्देश
मुख्य सचिव ने जनता के पास पड़ी मूल्यवान पांडुलिपियों के डिजिटलीकरण के लिए प्रोत्साहन आधारित नीति तैयार करने के संबंध में कई प्रमुख निर्देश जारी किए। विभिन्न वास्तुकला और विरासत संरक्षण परियोजनाओं की वर्तमान स्थिति को देखते हुए, मुख्य सचिव ने पुरातत्व और अभिलेखागार विभाग को बहाली के प्रयासों को तेज करने के लिए कहा, ताकि जमीन पर स्पष्ट प्रगति सुनिश्चित हो सके। विभाग को परियोजना की समय सीमा को पूरा करने के लिए जारी किए गए धन का प्रभावी ढंग से उपयोग करने पर भी जोर दिया गया। मुबारक मंडी हेरिटेज कॉम्प्लेक्स (एम.एम.एच.सी.) के सांस्कृतिक पुनरोद्धार के संबंध में मुख्य सचिव ने जम्मू के मंडलायुक्त को कला, संस्कृति और भाषा अकादमी के सहयोग से सांस्कृतिक संध्याओं का आयोजन करके एम.एम.एच.सी. को सांस्कृतिक रूप से जीवंत स्थान में बदलने का निर्देश दिया गया।
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61 परियोजनाओं को मिली प्रशासनिक मंजूरी
संस्कृति विभाग के आयुक्त सचिव के.रमेश कुमार ने जम्मू-कश्मीर में वास्तुकला और विरासत के पुनरुद्धार, जीर्णोद्धार, संरक्षण और रखरखाव के विभिन्न चरणों के तहत निष्पादित की जा रही परियोजनाओं की गति और प्रगति के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बैठक को अवगत कराया कि पहले चरण के तहत 64.25 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से 33 परियोजनाएं शुरू की गई हैं। दूसरे चरण के तहत कुल 73 परियोजनाओं की पहचान की गई है, जिनमें से 65 परियोजनाओं के लिए डी.पी.आर. तैयार हो चुकी है, जबकि 61 परियोजनाओं के लिए विभाग को प्रशासनिक मंजूरी मिल चुकी है।
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