7 मई को छा जाएगा अंधेरा, बजेंगे सायरन और फिर...जारी हो गई List
Tuesday, May 06, 2025-01:24 PM (IST)

जम्मू डेस्क (बिलाल/उदय): जम्मू कश्मीर सहित पूरे भारत में कल मॉक ड्रिल होने जा रही है। वहीं अगर आप अपने दफ्तर बैठे हैं, स्कूल में हैं या फिर कहीं बाजार में हैं, और एकाएक सायरन बज उठे तो सावधान हो जाएं। इस सायरन के बजने के बाद आपको सिर्फ सावधान होना है, डरना नहीं है। क्योंकि केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से एक आदेश जारी किया गया है जिसमें राज्यों को सतर्क रहने को कहा गया है। इस व्यवस्था का उद्देशय आम लोगों को जानकारी मुहैया करवानी है कि अगर युद्ध शुरू हो तो कैसे इसके लिए तैयार रहना है तथा कैसे बचना है। सायरन बजेगा तो बमबारी से लेकर ब्लैक आऊट तक के बारे जानकारी दी जाएगी।
बता दें कि पहलगाम अटैक के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे लगातार तनाव के बीच गृह मंत्रालय की तरफ से कड़े आदेश जारी हुए हैं। बताया जा रहा है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आपात स्थिति से निपटने के लिए कई राज्यों को 7 मई को मॉक ड्रिल (अभ्यास) आयोजित करने का निर्देश दिए हैं।
जम्मू कश्मीर के इन इलाकों में होगी मॉक ड्रिल
वहीं जम्मू कश्मीर के अनंतनाग, बढ़गाम, डोडा, जम्मू, कारगिल, कठुआ, कुपवाड़ा, ले, पुंछ, राजौरी, श्रीनगर, उदयपुर सांभा, अखनूर, उरी, नौशहरा, सुंदरबानी, अवंतीपुर आदि में मॉक ड्रिल होगी। बता दें कि ये मॉक ड्रिल जम्मू कश्मीर सहित कई राज्यों में होगी जिनमें पंजाब, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश गुजरात, महाराष्ट्र मनीपुर आदि मौजूद हैं।
जिक्रयोग्य है कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकी हमले में 26 लोगों की हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद भारत व पाकिस्तान के बीच लगातार तनाव की स्थिति बनी हुई है और कभी भी युद्ध छिड़ने की संभावनाएं जताई जा रही हैं। इसी के मद्देनजर गृह मंत्रालय की तरफ से भी कई राज्यों को युद्ध जैसी स्थिति से निपटने के लिए माक ड्रिल यानिकि अभ्यास आयोजित करने के आदेश दिए हैं, ताकि आने वाले समय में यदि किसी गंभीर स्थिति से गुजरना पड़ता है तो आसानी से मुकाबला किया जा सके।
ड्रिल में क्या होगा?
- हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन की आवाज गूंजेगी।
- स्कूलों और मोहल्लों में लोगों को सिखाया जाएगा कि बमबारी में कैसे बचा जाए।
- ब्लैकआउट यानी अंधेरा करना सिखाया जाएगा ताकि दुश्मन ऊपर से देख न सके।
- फैक्ट्रियों और अहम संस्थानों को छिपाने की तरकीबें बताई जाएंगी और आख़िर में -निकासी की योजना। यानी जब सब कुछ बिगड़ जाए तो कैसे भागा जाए, इसका अभ्यास।