नहीं थम रहा यह काला धंधा, गहरी नींद में सोया विभाग

Tuesday, Jan 14, 2025-06:20 PM (IST)

श्रीनगर(मीर आफताब): पर्यावरणीय चिंताओं के बावजूद गांदरबल में नाला सिंध ब्लॉक 1, 2, 3, 4 और 5 में अवैध खनन गतिविधियां जारी हैं। इससे साफ पता चलता है कि जियोलोजी एवं माइनिंग विभाग का स्टाफ गहरी नींद में सोया हुआ है।

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स्थानीय लोगों ने बताया कि संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों के क्षेत्र में नदारद रहने से इन लोगों के हौसले बुलंद हो गए हैं। एक स्थानीय व्यक्ति ने बताया कि इस नाले से बड़ी मात्रा में बजरी और पत्थर निकालकर ऊंचे दामों पर श्रीनगर शहर और अन्य क्षेत्रों में आपूर्ति की जाती है। इससे पारिस्थितिकी तंत्र को बहुत नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि ब्लॉक 4 में खनन का कॉन्ट्रेक्ट समाप्त हो चुका है, लेकिन इसके बावजूद सैकड़ों ट्रैक्टर और टिप्पर ट्रक रेत और बजरी लोड करने के लिए वाहिदपुरा और गंगरहामा ब्लॉक में प्रवेश कर रहे हैं। इससे स्थानीय लोगों और पर्यावरणविदों में चिंता बढ़ गई है।

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स्थानीय लोगों ने कहा कि अवैध खनन गतिविधियों के गंभीर परिणाम हो सकते हैं। वहीं सरकारी खजाने को भी भारी नुकसान उठाना पड़ता है। स्थानीय लोगों ने संबंधित विभाग की बेपरवाही पर निराशा जताते हुए कहा कि कई बार शिकायत करने के बावजूद अवैध खनन को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।

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हालांकि जब यह मामला संबंधित विभाग के अधिकारियों के संज्ञान में लाया गया तो उनका कहना था कि उनके पास स्टाफ की कमी है। इसी के चलते वे कार्रवाई करते हैं, लेकिन स्टाफ की कमी के चलते कार्रवाई अधूरी रह जाती है। यहां सवाल यह उठता है कि क्या कर्मचारियों की कमी पर्यावरण के लिए खतरा बनी रहेगी? क्या सरकारी खजाने को लगातार घाटा सहना पड़ेगा?

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Content Writer

Sunita sarangal

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