Pahalgam हमले पर NIA की रिपोर्ट, सामने आए चौकाने वाले खुलासे
Monday, Apr 28, 2025-12:32 PM (IST)

जम्मू : पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की जांच एन.आई.ए. ने शुरू कर दी है। हमले में 4 से 5 आतंकवादी शामिल थे जिन्होंने आधुनिक ए.के. 47 और एम4 राइफल से पर्यटकों पर गोलियां बरसाई थीं। हमले में शामिल आतंकवादियों में 3 पाकिस्तान के और एक स्थानीय आतंकवादी आदिल थोकर शामिल था। आतंकवादियों ने 20 से 22 घंटे पैदल सफर तय कर बैसरन घाटी पहुंचकर हमले को अंजाम दिया था।
फोरैंसिक विश्लेषण में पुष्टि हुई है कि इस हमले में आतंकवादियों ने ए.के. 47 और एम4 असाल्ट राइफलों का इस्तेमाल किया, जिनके कारतूस घटनास्थल से बरामद किए गए।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार और घटनास्थल के आए वीडियो के अनुसार 2 आतंकवादी दुकानों के पीछे थे। अचानक वे बाहर आए और वहां मौजूद पर्यटकों की भीड़ से कलमा पढ़ने को कहा। कुछ देर बाद आतंकवादियों ने 4 पर्यटकों को सिर में गोली मार दी।
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जानकारी के अनुसार पहलगाम आतंकवादी हमले को लेकर सबसे पहली फोन कॉल दोपहर करीब 2 बजकर 30 मिनट पर पुलिस थाने में की गई थी। यह कॉल नौसेना अधिकारी विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी नरवाल ने की थी। घटनास्थल पर सबसे पहले पहुंचने वाले पहलगाम के थाना प्रभारी थे, तब तक आतंकवादी मौके से फरार हो गए थे।
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जान बचाने के लिए पेड़ पर चढ़े फोटोग्राफर ने रिकार्ड किया हमले का वीडियो
जांच में यह भी सामने आया है कि आतंकवादी जब घटना को अंजाम दे रहे थे तो एक स्थानीय फोटोग्राफर ने पूरे हमले का वीडियो रिकार्ड कर लिया। वह उस समय खुद को बचाने के लिए पेड़ पर चढ़ा था। इस वीडियो के जरिए जांच एजैंसी को आतंकवादियों की पहचान करने में मदद मिलेगी। मौके पर भारतीय सेना के लैफ्टीनैंट कर्नल भी मौजूद थे। वह अपने परिवार के साथ वहां छुट्टियां मना रहे थे। सूत्रों के अनुसार वह जम्मू-कश्मीर में ही तैनात हैं और घटना को लेकर एजैंसी को उन्होंने जरूरी सुराग मुहैया कराए हैं।
कौन हैं स्थानीय आतंकवादी आदिल थोकर
अनंतनाग के रहने वाले स्थानीय आतंकवादी आदिल ठोकर ने शुरूआत में आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन को ज्वाइन किया था और कट्टर आतंकवादी बनने के बाद 2018 में वैध दस्तावेजों पर पाकिस्तान चला गया। जहां उसने लश्कर-ए-तोयबा से ट्रेनिंग ली। 2024 में कश्मीर घाटी लौटा और तब से ही पाकिस्तान के आतंकवादियों को सहायता प्रदान करने का काम कर रहा है। आदिल का जन्म 1992 में उरनहाल बिजबेहारा में हुआ है और वह एक निजी स्कूल में दो सालों तक शिक्षक भी रहा है।
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