J&K: गांव के लोगों को मिलेगा फायदा, डेयरी फार्मिंग को लेकर सरकार ने बनाया ये खास Plan
Thursday, Nov 14, 2024-04:41 PM (IST)
जम्मू : जम्मू और कश्मीर सरकार ने डेयरी क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए केंद्र शासित प्रदेश में 3000 डेयरी फार्म स्थापित करने का लक्ष्य रखा है। सरकार ने क्षेत्र में डेयरी फार्मिंग को बूस्ट करने के उद्देश्य से पहले ही कई योजनाएं शुरू की हैं। सरकार के लक्ष्य के तहत नए 3,000 डेयरी फार्म स्थापित करने से अगले 5 वर्षों में दूध उत्पादन और संग्रह दोनों में उल्लेखनीय वृद्धि होने की उम्मीद है।
दूध उत्पादन 25 लाख मीट्रिक टन से बढ़कर 45 लाख मीट्रिक टन होने का अनुमान है जबकि दैनिक दूध संग्रह और चिलिंग कैपेसिटी (शीतलन क्षमता) भी 2 लाख से बढ़कर 8.5 लाख लीटर प्रतिदिन (एल.एल.पी.डी.) होने की उम्मीद है। इस योजना में 1800 पशु सखियों (पशु चिकित्सा सहायकों) के लिए प्रोत्साहन शामिल है जो 6 लाख गायों के लिए राशन/चारा और 30,000 डेयरी गायों के लिए दूध रिकॉर्ड की देखरेख करेंगे।
ग्रामीण क्षेत्रों में 60,000 बैकयार्ड पोल्ट्री यूनिट खोलने की भी योजना
व्यापक योजना के हिस्से के रूप में स्थानीय अर्थव्यवस्था को और अधिक मजबूती देने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में 60,000 बैकयार्ड पोल्ट्री इकाइयां भी स्थापित की जाएंगी। सरकार 3600 हैक्टेयर भूमि के लिए हाइब्रिड चारा बीज किट प्रदान करके चारा आपूर्ति बढ़ाने पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है।
साथ ही 100 हाइड्रोपोनिक चारा इकाइयों और 60 साइलेज बनाने वाली इकाइयों की स्थापना भी कर रही है। कमी वाले क्षेत्रों में पर्याप्त चारा सुनिश्चित करने के लिए 6 चारा डिपो भी स्थापित किए जाएंगे। जम्मू और कश्मीर का कृषि क्षेत्र जो क्षेत्र के सकल घरेलू उत्पाद में 16.18 प्रतिशत का योगदान देता है।
ग्रामीण आबादी के लिए आजीविका का एक महत्वपूर्ण स्रोत
जम्मू-कश्मीर का कृषि सैक्टर जोकि डेयरी फार्मिंग पर बहुत अधिक निर्भर करता है जिसमें से लगभग 35 प्रतिशत योगदान डेयरी उद्योग से आता है। यह क्षेत्र बड़ी ग्रामीण आबादी के लिए आजीविका का एक महत्वपूर्ण स्रोत बना हुआ है जिसमें हाल ही के वर्षों में सरकारी समर्थन बढ़ने से पर्याप्त वृद्धि हुई है।
सरकार की डेयरी फार्मिंग योजनाओं ने कई युवाओं को डेयरी क्षेत्र को एक व्यवहार्य व्यवसाय के अवसर के रूप में विचार करने के लिए प्रोत्साहित किया। डेयरी फार्मिंग अच्छा रिटर्न देती है।
ग्रामीण निवासियों को मवेशी खरीदने में सहायता करने के अलावा सरकारी योजनाएं डेयरी उत्पादकों को दूध देने वाली मशीनें, पनीर बनाने वाली मशीनें और खोया बनाने वाली मशीनें, दही बनाने वाली मशीनें, क्रीम अलग करने वाली मशीनें, आइसक्रीम बनाने वाली मशीनें, मक्खन और घी बनाने वाली मशीनें, साथ ही दूध वैन और दूध ए.टी.एम. जैसे उपकरण भी प्रदान करती हैं।