Health Advisory:अमरनाथ यात्रा से पहले जारी हुई हेल्थ एडवाइजरी, श्रद्धालु जरूर पढ़ें

6/27/2024 5:58:10 PM

जम्मू कश्मीर डैस्क ( मीर आफताब ) : हिंदू धर्म में अमरनाथ यात्रा यानी बाबा बर्फानी के दर्शन करने का काफी महत्व है। यहां महादेव बर्फ के शिवलिंग के रूप में विराजमान हैं। हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए पहाड़ों की कठिन रास्तों से होकर पहुंचते हैं। यह यात्रा काफी लम्बी होती है, किसी भी यात्री को स्वास्थ्य को लेकर कोई जोखिम न उठाना पड़े, जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने हेल्थ एडवाइजरी जारी की है। बता दें कि अमरनाथ यात्रा 29 जून से शुरू हो रही है। यात्रा से पूर्व लोगों को प्रशासन द्वारा जो हिदायतें दी गई हैं वे निम्न प्रकार हैंः-

✔ पर्याप्त ऊनी कपड़े, जैकेट, गर्म इनर, ऊनी मोजे, दस्ताने, टोपी, पतलून, मफलर, स्लीपिंग बैग, विंडचीटर, रेनकोट, वाटरप्रूफ जूते, छाता आदि साथ रखें, क्योंकि ट्रैक पर मौसम अक्सर अप्रत्याशित होता है।

✔ चढ़ाई करते समय धीरे-धीरे चलें और विशेष रूप से खड़ी चढ़ाई पर कई बार थोड़ी देर के लिए आराम करें। अपनी सामान्य क्षमता से अधिक परिश्रम करने से बचें।

✔ यात्रा शिविर स्थलों पर लंबे समय तक आराम करें और समय दर्ज करना सुनिश्चित करें और अगले स्थान की ओर बढ़ते समय डिस्प्ले बोर्ड पर उल्लिखित आदर्श चलने का समय लें।

✔ यदि आप डॉक्टर द्वारा निर्धारित किसी दवा पर हैं, तो कृपया उसे लेना जारी रखें।

✔ निर्जलीकरण और सिरदर्द से निपटने के लिए खूब पानी पिएं।

✔ थकान को कम करने और निम्न रक्त शर्करा के स्तर को रोकने के लिए कार्बोहाइड्रेट का भरपूर सेवन करें। तैलीय और वसायुक्त भोजन लेने से बचें।

✔ अधिक ऊंचाई और कठोर और अप्रत्याशित मौसम की स्थिति को देखते हुए पवित्र गुफा में रात भर रुकने से बचें।

✔ अगर आपको ऊंचाई से जुड़ी कोई बीमारी है तो आगे न चढ़ें। इसके बजाय, तुरंत ऐसी ऊंचाई पर उतरें जहां आप खुद को ढाल सकें।

श्री अमरनाथ जी तीर्थ मार्ग पर ऊंचाई पर यात्रा करते समय, अगर आपको नीचे दी गई कोई भी शिकायत होती है, तो कृपया निकटतम स्वास्थ्य सुविधा केंद्र से संपर्क करें, जो आपके उपयोग के लिए स्थापित किए गए हैं और लगभग हर 02 किलोमीटर के अंतराल पर फैले हुए हैं।

✔ चक्कर आना या हल्का-हल्का सिर

✔ आराम करने से थकान में सुधार नहीं होना
सिरदर्द
✔ भूख न लगना
✔ मतली या उल्टी
✔ आराम के समय तेज़ नाड़ी (हृदय गति)
✔ त्वचा का नीला पड़ना (साइनोसिस)
✔ सीने में जकड़न या जमाव
✔ भ्रम
✔ खांसी
✔ खून की खांसी
✔ चेतना में कमी या सामाजिक संपर्क से दूर रहना
✔ ग्रे या पीला रंग
✔ सीधी रेखा में चलने में असमर्थता, या बिल्कुल भी चलने में असमर्थता
✔ आराम के समय सांस फूलना
✔ सीने में किसी भी तरह का दर्द
 


Content Editor

Neetu Bala

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