Jammu में डाक्टरों ने अपना काम-काज छोड़ किया प्रदर्शन, जानें क्या रही वजह
Monday, Aug 12, 2024-07:59 PM (IST)
जम्मू: कोलकाता में हाल ही में एक महिला स्नातकोत्तर प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराने के लिए सैंकड़ों रैजीडैंट डॉक्टरों ने सोमवार को अपना नियमित काम रोक दिया और यहां शांतिपूर्ण रैली निकाली। यह विरोध प्रदर्शन फैडरेशन ऑफ रैजीडैंट डॉक्टर्स एसोसिएशन द्वारा प्रशिक्षु डॉक्टर के यौन उत्पीड़न और हत्या के खिलाफ बुलाई गई राष्ट्रव्यापी हड़ताल के समर्थन में हुआ।
डॉक्टरों ने काली पट्टियां बांधकर पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए नारे लगाए। उन्होंने सुपर स्पैशियलिटी अस्पताल से एक रैली निकाली और पीड़िता के समर्थन में नारेबाजी करते हुए बलात्कारियों के लिए कड़ी सजा की मांग की।
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डॉक्टरों की हड़ताल ने सरकारी मेडिकल कॉलेज से जुड़े अस्पतालों में काम को प्रभावित किया, लेकिन आपातकालीन सेवाएं बिना किसी व्यवधान के जारी रहीं। एक महिला डॉक्टर ने कहा कि ‘मासूम डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या की यह दिल दहला देने वाली खबर मिलने के बाद से मैं पिछले दो दिनों से सो नहीं पाई हूं। हम रात की शिफ्ट में भी काम करते हैं और उचित सुरक्षा व्यवस्था के अभाव में हम सुरक्षित महसूस नहीं करते। उन्होंने कहा कि सरकार को डॉक्टरों के डगमगाते आत्मविश्वास को बहाल करने के लिए आपातकालीन वार्ड और अस्पताल में अन्य जगहों पर व्यापक सुरक्षा योजना बनानी चाहिए।
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उन्होंने कहा कि हम डॉक्टरों को हर बार अनियंत्रित आगंतुकों का सामना करना पड़ता है और यह सरकार का कर्तव्य है कि वह हमारे लिए एक सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करे क्योंकि हम अपना ज्यादातर समय अपने घरों की तुलना में अस्पतालों के अंदर बिताते हैं।
एक अन्य डॉक्टर ने कहा कि वे बलात्कारी को मौत की सजा देने के लिए देशव्यापी विरोध प्रदर्शन के तहत सड़कों पर हैं। उन्होंने कहा कि हम लोगों को स्वास्थ्य सेवा प्रदान कर रहे हैं और हम चाहते हैं कि हमारी सरकार कार्यस्थल पर हमारी सुरक्षा सुनिश्चित करे।
एक अन्य डॉक्टर ने कहा कि उन्हें सुरक्षा संबंधी चिंताएं हैं, खासकर रात के समय जब आसपास कोई सुरक्षा गार्ड नहीं होता।