महबूबा मुफ्ती के बाद हजरतबल विवाद पर बोले CM उमर अब्दुल्ला, कही यह बात
Saturday, Sep 06, 2025-05:16 PM (IST)

अनंतनाग (मीर आफ़ताब): जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को हजरतबल दरगाह विवाद पर मीडिया से बातचीत की। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हजरतबल दरगाह में लगाए गए चिन्ह (एम्बलम) की कोई ज़रूरत नहीं थी और इस गलती को मान लेना चाहिए था, उसका बचाव नहीं करना चाहिए था।
पत्रकारों से बातचीत में उमर अब्दुल्ला ने कहा कि सबसे पहला सवाल यह है कि क्या दरगाह में ऐसी पट्टिका लगाई जानी चाहिए थी? मैंने कभी किसी धार्मिक स्थल या धार्मिक कार्यक्रम में इस तरह का चिन्ह इस्तेमाल होते नहीं देखा। फिर इसकी क्या ज़रूरत थी? अगर काम अच्छा होता तो लोग खुद ही उसे पहचानते।
उन्होंने याद दिलाया कि शेर-ए-कश्मीर शेख मोहम्मद अब्दुल्ला ने हजरतबल दरगाह को मौजूदा रूप दिया था, लेकिन उन्होंने कभी कोई पट्टिका या चिन्ह नहीं लगाया। आज भी लोग उनके काम को बिना नाम-पट्ट के याद करते हैं। यह साबित करता है कि पत्थर या चिन्ह की कोई ज़रूरत नहीं थी।
वक्फ बोर्ड की चेयरपर्सन डॉ. दरख्शां अंद्राबी के उस बयान पर भी उमर अब्दुल्ला ने आपत्ति जताई, जिसमें उन्होंने चिन्ह तोड़ने वालों पर PSA लगाने की बात कही थी। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि सबसे पहले तो लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ हुआ। इसके लिए माफ़ी माँगनी चाहिए थी, लेकिन किसी ने माफ़ी नहीं माँगी। चिन्ह सिर्फ सरकारी दफ़्तरों के लिए होते हैं। इन्हें किसी भी धार्मिक स्थल चाहे मंदिर हो, मस्जिद हो या दरगाह कहीं भी इस्तेमाल नहीं किया जा सकता।
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