अपने ही लोगों के खून का प्यासा बन रहा पाकिस्तान, बच्चों-बूढ़ों पर भी नहीं कर रहा रहम

Saturday, May 11, 2024-04:56 PM (IST)

पुंछ(धनुज शर्मा): भारत में आतंकवाद के जरिए अस्थिरता फैलाने क़ा प्रयास करने वाला पाकिस्तान अब अपने ही लोगों के ख़ून का प्यासा बना हुआ है। पाकिस्तानी सेना द्वारा पाक अधिकृत क्षेत्र जम्मू-कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले लोगों के साथ बलपूर्वक बर्बरता की जा रही है। इसमें स्थानीय लोगों का कत्लेआम एक आम सी बात है। पाकिस्तानी सेना की ज्यादतियों क़ा शिकार वहां के बच्चे-बूढ़े एवं महिलाएं भी बन रही हैं। रोजाना किसी ना किसी क्षेत्र में गरीब जनता पाकिस्तानी सेना के ज़ुल्मों का शिकार बनकर काल के ग्रास में समा रही है। पाकिस्तानी सेना द्वारा गिलगित बाल्टिस्तान से लेकर मीरपुर, मुजफ्फराबाद, रावलकोट, बलोचिस्तान सहित तमाम पाकिस्तानी अवैध कब्ज़े वाले क्षेत्रों में लोगों पर ज़ुल्म ढाया जा रहा है। इसे लेकर लोग अब प्रदर्शन भी कर रहे हैं। वहीं पाकिस्तानी सेना द्वारा ढाए ज़ुल्म को लेकर मानावाधिकार संगठन भी आंखों पर पट्टी बांधे मानवता के क़त्ल को बर्दाश्त कर रहे हैं।

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पाकिस्तानी सेना द्वारा ढाए जा रहे ज़ुल्म के खिलाफ सड़कों पर लामबंद हो रहे लोग देख रहे मानवाधिकार की राह

पाकिस्तानी सेना द्वारा पाक अधिकृत क्षेत्र के लोगों पर ढाए जा रहे ज़ुल्म की इंतहा दिन ब दिन बड़ रही है। इसमें पाकिस्तानी सेना अब कई प्रकार के हथियारों क़ा प्रयोग कर लोगों को अपंग बना रही है जबकि पाकिस्तानी सेना के ज़ुल्मों सितम के खिलाफ अब स्थानीय लोग भी सड़कों पर उतर रहे हैं। इसमें रोज़ाना भारी संख्या में लोगों और पाकिस्तानी सेने में झड़प आम सी बात है। सूत्रों के अनुसार बीते दिनों गिलगित बाल्टिस्तान क्षेत्र में पाकिस्तानी बर्बरता क़ा शांतिपूर्ण ढंग से विरोध कर रहे स्थानीय लोगों पर पाकिस्तानी सेना द्वारा क़हर बरपाया। इसमें लाठी डंडों सहित छोटे-छोटे बच्चों पर आंसू गैस के गोले भी दागे गए। पाकिस्तानी सेना की बर्बर कार्रवाई में 200 के क़रीब लोग घायल हुए जिसमें महिलाएं तथा बच्चे भी शामिल हैं। लोगों द्वारा आरोप लगाते हुए कहा कि पंजाब सरकार द्वारा उनकी जमीनों पर अवैध तरीके से कब्जा कर बाहरी लोगों को दिया जा रहा है। जबवे इसका विरोध करते हैं तो उन पर बर्बर कार्रवाई की जाती है। उनकी बहू-बेटियों की इज्ज़त को नोचा जाता है। पाकिस्तान सरकार हर मोर्चे पर विफल है। उनके लिए राशन पानी क़ा इंतजाम कर नहीं पा रही। हर चीज़ के मूल्य आसमान को छू रहे हैं। लोग दाने-दाने को तरस रहे हैं। सरकार उनकी जमीनें छीन रही है। उनके लोगों को मारा पीटा जा रहा है, जान ली जा रही है।

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शुक्रवार को पाकिस्तानी अवैध कब्ज़े वाले क्षेत्र रावलाकोट में हज़ारों लोगों ने किया विरोध प्रदर्शन

पाकिस्तानी अवैध कब्ज़े वाले जम्मू-कश्मीर के रावलाकोट क्षेत्र में शुक्रवार को जुम्मे की नमाज़ के बाद हज़ारों की संख्या में स्थानीय लोग एकत्रित हुए और पाकिस्तानी सेना और सरकार पर बर्बरता क़ा आरोप लगाते हुए नारेबाज़ी की। इसमें लोगों ने भारतीय तिरंगे झंडे को बुलंद कर आज़ादी के नारे लगाए। इसी बीच प्रदर्शनकारियों और पाकिस्तानी सेना में ज़ोरदार झड़प भी हुई। पाकिस्तानी सेना द्वारा प्रदर्शनकारियों पर जमकर आंसू गैस के गोले भी दागे गए। तक़रीबन 2 घंटे तक ज़ोरदार झड़पें हुई जिसके बाद पाकिस्तानी सेना द्वारा अनगिनत लोगों को बंदी बनाकर अज्ञात स्थान पर ग़ायब कर दिया गया। साथ ही बलपूर्वक प्रदर्शनकारियों को तितर बितर कर प्रदर्शन को समाप्त करवाया। इसी बीच शनिवार सुबह तक़रीबन 11 बजे पाकिस्तान के अवैध कब्ज़े वाले क्षेत्र मीरपुर में भी भारी संख्या में एकत्रित लोगों ने सरकार और सेना विरोधी प्रदर्शन शुरू कर दिए जिसमें बड़ी झड़पें भी हुईं। जानकारी के अनुसार इन झड़पों में 100 से अधिक प्रदर्शनकारी एवं दर्जन भर पाकिस्तानी सैनिक बुरी तरह घायल हो गए। झड़पों के बाद पाकिस्तानी प्रशासन द्वारा क्षेत्र में नेट एवं बिजली को पूरी तरह बंद कर दिया जबकि अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती शुरू की गई। प्रदर्शनकारी आज़ादी के नारे लगाते हुए ख़ुद को भारत क़ा हिस्सा बता रहे थे। झड़पों के बाद पूरे क्षेत्र में तनाव क़ा माहौल भी बना हुआ था। वहीं सूत्रों क़ा कहना है कि आने वाले दिनों में इससे भी बड़े प्रदर्शन पाक अधिकृत जम्मू कश्मीर में देखें जाएंगे।


Content Writer

Sunita sarangal

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