Rajouri के हालात में सुधार, 2 मरीजों को अस्पताल से मिली छुट्टी
Monday, Jan 27, 2025-08:04 PM (IST)
जम्मू : काफी दिनों के बाद राजौरी के गांव बधाल के लोगों के लिए सोमवार का दिन राहत भरा रहा, क्योंकि जम्मू के शालामार स्थित एस.एम.जी.एस. अस्पताल में अज्ञात बीमारी से पीड़ित 2 बहनों को बिलकुल स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे गई।
दोनों बहनों को 22 जनवरी को अज्ञात बीमारी के लक्षणों के बाद राजौरी से एस.एम.जी.एस. अस्पताल में शिफ्ट किया गया था। आज छुट्टी से पूर्व अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. दारा सिंह व मैट्रन पवनजीत कौर सहित रोगियों का उपचार कर रहे सभी डाक्टरों व पैरा मैडिकल स्टाफ ने दोनों बहनों से भेंट की और भविष्य में भी स्वस्थ रहने की कामना की।
इस अवसर पर चिकित्सा अधीक्षक डॉ. दारा सिंह व मैट्रन पवनजीत कौर ने दोनों बहनों को कंबल प्रदान किए और अस्पताल से बाहर व्यक्तिगत रूप से उन्हें छोड़ने भी आए।
गांव में 7 दिसम्बर से अब तक 17 लोगों की अज्ञात बीमारी के कारण मृत्यु हो चुकी है। इन मौतों की वजह अभी तक स्पष्ट तौर पर सामने नहीं आई है। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी गांव का निरीक्षण कर चुके हैं।
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भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद, दिल्ली का राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र, ग्वालियर का रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन व पी.जी.आई. चंडीगढ़ की टीम भी गांव में डेरा डाले हुए है।
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इन मौतों की जांच के लिए इंटर मनिस्टीरियल टीम भी बनाई है जो बधाल गांव का दौरा कर चुकी है। टीम में स्वास्थ्य, कृषि, रसायन और जल संसाधन मंत्रालय के विशेषज्ञ शामिल हैं। इससे पहले 15 जनवरी को रियासी जिले के सीनियर सुपरिंटैंडैंट ऑफ पुलिस गौरव सिकरवार ने एस.आई.टी. गठित की थी जो अज्ञात बीमारी का पता लगाने का भरसक प्रयास कर रही है। गांव के 300 से अधिक लोग आइसोलेशन में हैं।
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वहीं आज एस.एम.जी.एस. अस्पताल से 2 बहनों के फिट होने व अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद चिकित्सा अधीक्षक डॉ. दारा सिंह ने कहा कि 2 बहनें 22 जनवरी को अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती की गई थीं जिनमें से एक की तबीयत बहुत क्रिटिकल थी जिसे तुरंत वैंटीलेटर पर रखा गया और दूसरी को भी डाक्टरों की टीम ने सर्वश्रेष्ठ उपचार प्रदान किया।
आज दोनों बहनें पूरी तरह से स्वस्थ हैं और अस्पताल प्रशासन भी उनके चेहरों पर मुस्कान आने पर राहत महसूस कर रहा है। दोपहर में उन्हें एम्बुलैंस के जरिए राजौरी भेजा गया।
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