Udhampur के इस गांव में एक ही कमरे में चल रहा स्कूल, प्रशासन बेखबर

4/27/2024 6:49:22 PM

उधमपुर : एक ओर सरकार कहती है कि कोई भी बच्चा अशिक्षित नहीं रहना चाहिए तो दूसरी ओर शिक्षा विभाग की ही लापरवाही के कारण ही बच्चे शिक्षा से वंचित हो रहे हैं। ऐसा ही कुछ उधमपुर से करीब 4 किलोमीटर दूर गांव धनोड़ी में देखने को मिल रहा है। जहां स्थित सरकारी प्राइमरी स्कूल धनोड़ी की हालत काफी खस्ता हो चुकी है, जिस कारण इस स्कूल को कुछ देर के लिए बंद भी कर दिया गया था, लेकिन स्थानीय लोगों व समाज सेवक पवन देव सिंह द्वारा किए गए प्रयासों से इसको दोबारा खोला गया। अब यह स्कूल एक कमरे जोकि वर्ष 2006 में बनाया गया था, में चल रहा है, जिसमें 10 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। जिनके लिए केवल एक अध्यापक तैनात की गई है। 

ये भी पढ़ेंः Jammu-kashmir Breaking: भूस्खलन व हिमपात के बाद ऐतिहासिक Road अगले आदेश तक बंद

वहीं स्थानीय लोग इस स्कूल में अपने बच्चों को इसलिए डालने से कतराते हैं कि इस स्कूल में बच्चों की सुरक्षा का कोई साधन नहीं है, क्योंकि इस स्कूल की न ही चारदीवारी है और कमरे भी उतने उपलब्ध नहीं हैं और जो हैं वह कभी भी गिर सकते हैं। वहीं इसकी जानकारी देते हुए सामाजिक कार्यकर्ता पवन देव सिंह ने बताया कि यह स्कूल दो पंचायतों सनसू व धनोडी पंचायत के बीच स्थित है। इस पंचायत में करीब 150 के करीब घर हैं। पहले इन गांवों के बच्चे इस स्कूल में पढ़ते थे, यहां तक कि उन्होंने भी इसी स्कूल में शिक्षा ग्रहण की है। लेकिन इस स्कूल के रखरखाव की ओर कोई ध्यान नहीं देने के कारण यह स्कूल खस्ता हालत में पहुंच गया तथा इस स्कूल को बंद करना पड़ा था। उन्होंने शिक्षा विभाग से इस स्कूल की हालत को देखते हुए इसको पूरी तरह से गिराकर इसके स्थान पर नई इमारत बनाने की मांग करने के साथ-साथ स्कूल की चारदीवारी करने को कहा है ताकि बच्चे अपने आप को सुरक्षित महसूस कर सकें। 

उन्होंने एक बार फिर से शिक्षा विभाग व डी.डी.सी. चेयरमैन से आग्रह किया कि वह स्कूल की हालत को ध्यान में रख कर जल्द से जल्द इसको लेकर उचित कदम उठाएं ताकि स्थानीय बच्चे बिना किसी डर के शिक्षा ग्रहण कर सकें।
 


Content Editor

Neetu Bala

सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News