13 July के शहीदों पर टिप्पणी को लेकर Iltija Mufti का विरोध, इन जिलों में भी किया प्रदर्शन

Thursday, Mar 06, 2025-03:01 PM (IST)

श्रीनगर/पुलवामा(मीर आफताब): पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पी.डी.पी.) ने गुरुवार को विधानसभा में सत्र के दौरान 13 जुलाई के शहीदों के बारे में की गई अपमानजनक टिप्पणी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। पार्टी नेता इल्तिजा मुफ्ती के नेतृत्व में विरोध मार्च पोलो व्यू श्रीनगर में समाप्त हुआ। वहीं पार्टी नेता के नेतृत्व में विरोध मार्च पुलवामा में संपन्न हुआ।

यह भी पढ़ेंः Budget Session : ‘आप’ MLA ने PM Modi और भाजपा पर लगाए गंभीर आरोप, भड़के BJP विधायकों ने किया जमकर हंगामा

इस अवसर पर बोलते हुए इल्तिजा मुफ्ती ने जोर देकर कहा कि 13 जुलाई, 1931 को जम्मू और कश्मीर में लोकतंत्र के लिए लड़ाई की शुरुआत हुई। उन्होंने कहा कि जम्मू और कश्मीर के लोगों ने लोकतांत्रिक आदर्शों के लिए बलिदान दिया, जैसा कि देश के बाकी हिस्सों ने किया। फर्क सिर्फ इतना था कि उनका संघर्ष एक स्थानीय शासक के खिलाफ था।

यह भी पढ़ेंः लोगों के लिए Good News, इस तारीख तक बन जाएगी Jammu Kashmir की Main Tunnel

इल्तिजा ने विवादास्पद टिप्पणी को हटाने के लिए स्पीकर अब्दुल रहीम राथर का आभार व्यक्त किया और भाजपा नेता सुनील शर्मा से बिना शर्त माफी मांगने की मांग की। उन्होंने भाजपा पर राजनीतिक लाभ के लिए ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया।

यह भी पढ़ेंः Breaking : जम्मू-कश्मीर में Landslides के चलते बंद हुआ यह Main Road

पी.डी.पी. ने एक बयान में कहा कि भाजपा विभाजनकारी एजेंडे के तहत इतिहास से छेड़छाड़ करने की कोशिश कर रही है। अगर वे वास्तव में महाराजा हरि सिंह का सम्मान करते हैं, तो उन्होंने जम्मू-कश्मीर के राज्य ध्वज, इसके संविधान और विशेष दर्जे को क्यों रद्द कर दिया, जिसके लिए उन्होंने विलय के समय बातचीत की थी?

यह भी पढ़ेंः Jammu Kashmir Assembly Budget Session का चौथा दिन शुरू, CM Omar ने दी मंत्रिमंडल की जानकारी

पार्टी ने 13 जुलाई को सार्वजनिक अवकाश के रूप में बहाल करने की अपनी मांग को भी दोहराया। भाजपा के नेतृत्व वाले प्रशासन पर जम्मू-कश्मीर की ऐतिहासिक विरासत को मिटाने का आरोप लगाया।

अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here


Content Writer

Sunita sarangal

सबसे ज्यादा पढ़े गए

Related News