Iran-Israel War : संघर्ष के बीच ईरान से 90 Kashmiri Students को सुरक्षित निकाला
Tuesday, Jun 17, 2025-02:48 PM (IST)

जम्मू-कश्मीर डेस्क : ईरान और इजराइल के बीच बढ़ते तनाव के कारण लगभग 10 हजार भारतीयों, जिनमें अधिकतर मेडिकल के विद्यार्थी हैं, ईरान में फंसे हुए हैं। बता दें कि, तेहरान में इजरायल ने जबरदस्त हमला शुरू कर दिया है। शहर के कई हिस्सों में धमाके हो रहे हैं और पूरे इलाकों में तबाही मच गई है। हालात ऐसे हैं कि अब ईरान में रह रहे लोगों के लिए वहां से निकलना भी मुश्किल हो गया है। इसी बीच छात्रों को सुरक्षित निकालने की खबर सामने आई है। भारत ने इजरायल-ईरान के बीच चल रही शत्रुता के बीच ईरान में फंसे अपने नागरिकों को निकालने का पहला चरण शुरू कर दिया है। इसमें कश्मीर के 90 छात्रों सहित लगभग 110 भारतीय मेडिकल छात्रों को उर्मिया मेडिकल यूनिवर्सिटी से निकाला गया।
10 हजार भारतीयों को आर्मेनिया के रास्ते निकालने का मिशन शुरू हो चुका है। 110 भारतीय छात्रों का पहला बैच सोमवार रात नॉरदुज बॉर्डर (ईरान-आर्मेनिया बॉर्डर) पहुंच गया। जानकारी के मुताबिक, सबसे पहले तेहरान, शीराज और कोम शहर में फंसे 1500 स्टूडेंट्स को लाया जाएगा। जम्मू और कश्मीर छात्र संघ (जेकेएसए) के राष्ट्रीय संयोजक नासिर खुहमी ने कहा कि कश्मीर के 90 छात्रों सहित 110 छात्रों को ईरान से निकाला गया है और वे अब आर्मेनिया में सुरक्षित हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, समुह रात भर ईरान-आर्मेनिया भूमि सीमा पार की और सड़क मार्ग से येरेवन की यात्रा कर रहा है। वहीं जम्मू और कश्मीर छात्र संघ (JKSA) ने शेष छात्रों से दूतावास की हेल्पलाइन के संपर्क में रहने और आधिकारिक सलाह का पालन करने का आग्रह किया है।
वहीं आपको बता दें कि, ईरान में पढ़ रहे 1200 कश्मीरी छात्र फंसे हुए हैं। छात्रों को होस्टल से बाहर जाने की अनुमति नहीं है। यही नहीं होस्टल में राशन की सप्लाई नहीं हो रही है, जिसके चलते एक वक्त का ही खाना मिलता है। रात को अंधेरा होते ही बिजली के कट जाती है। इसके साथ ही तेहरान में व्हाटसऐप, इंस्टाग्राम बंद है, सिर्फ VPN से इंटरनेट चल रहा है। तेहरान में जारी तनावपूर्ण हालात ने वहां पढ़ रहे भारतीय, खासकर कश्मीरी छात्रों की चिंता बढ़ा दी है। श्रीनगर की रहने वाली सबिया, जो तेहरान में ही पढ़ाई कर रही हैं, ने बताया कि 13 जून के बाद से वे ठीक से सो नहीं पा रहीं। दिन-रात शहर में धमाकों की आवाजें सुनाई देती हैं। वॉट्सऐप और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म बंद हैं। केवल VPN के सहारे ही इंटरनेट चल रहा है।
कश्मीर से ताल्लुक रखने वाले फैजान अली, जो तेहरान की कर्मान यूनिवर्सिटी में पढ़ते हैं, ने बताया कि यूनिवर्सिटी में 120 से अधिक कश्मीरी छात्र हैं, जिनमें से ज्यादातर छात्र-छात्राएं डर के साए में हैं। परीक्षाएं जो 17 जून को खत्म होनी थीं, अब रद्द कर दी गई हैं और यूनिवर्सिटी को अक्टूबर तक बंद कर दिया गया है। छात्रों को घर लौटने की सलाह दी गई है, लेकिन सुरक्षा कारणों से यह भी आसान नहीं है। तेहरान के हुजत अली होस्टल में रह रहे छात्रों की हालत और भी चिंताजनक है। 15 जून को इस होस्टल पर हुए हमले में 3 कश्मीरी छात्र घायल हो गए। छात्रों और उनके परिजनों की अपील है कि भारत सरकार तत्काल दखल देकर उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करे।
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